विशेष संवादाता, रायपुर
एक तरफ राजधानी पुलिस को एसएसपी प्रशांत अग्रवाल अपराधियों के खिलाफ मुस्तैद करने की कोशिश में जुटे हुए हैं, लेकिन गुढ़ियारी थाना अंतर्गत रामनगर चौकी पुलिस है कि अपने कप्तान के उसी प्रयासों को नाकाम करने में लगी हुई है। मामला रायपुर के गुढयारी थाना की रामनगर चौकी का है। चार दिन पहले रामनगर के पास छोटू किराना स्टोर्स के करीब श्रीवास परिवार पर दर्जनभर गुंडों ने आतंक मचाते हुए परिवार के तीन लोगों को डंडा, रॉड और धारदार हथियार से घायल कर दिया।
पखवाड़े भर पूर्व भी आरोपी मोनू चौहान, सोंडरी चौहान अपने दोस्तों के साथ घर घुसकर सुरेंद्र श्रीवास, कुलदीप और जीतेन्द्र श्रीवास को धमकाए थे। इसकी शिकायत भी पीड़ित पक्ष ने रामनगर चौकी को दिया था। जानकारी के मुताबिक पुलिस में खबर करने को लेकर ही आरोपी मोनू चौहान, सोंडरी चौहान, सोनू, विकास, राजा, इशू एवं अन्य श्रीवास परिवार पर घर घुसकर जानलेवा हमला किये। घटना 8 जनवरी को रत 8 बजे के करीब की है। सबसे गंभीर रूप से घायल हुए सुरेंद्र श्रीवास समेत उनके भतीजे और साले को भी गहरी चोट आई है।
सर में 18 टांकें आने के बाद भी रामनगर चौकी पुलिस ने इस पुरे मामले में आरोपियों के खिलाफ जमानती धरा के तहत कार्रवाई कर हिदायत देकर सभी को छोड़ दिया। आरोपियों में से दो मुख्य आरोपी मोनू चौहान, सोंडरी चौहान समेत सभी को खुला घूमते देख श्रीवास परिवार ख़ौफ़ज़दा है। सुरेंद्र श्रीवास का कहना है कि मुख्य आरोपी मोनू चौहान, सोंडरी चौहान रामनगर पुलिस चौकी में पदस्थ एक आरक्षक के संरक्षण में अवैध कारोबार करते हैं। इसलिए जानलेवा हमले की शिकायत के बाद भी मामूली धाराओं के तहत कार्रवाई, दोनों मुख्य आरोपी मोनू चौहान, सोंडरी चौहान की गिरफ़्तारी तो दूर उनका नाम नहीं दर्ज किया गया है। पीड़ित परिवार एसएसपी प्रशांत अग्रवाल से भी शिकायत आवेदन दे न्याय की अपील की है।