Shukra Gochar : किसी भी जातक के तीसरे स्थान से उसका मन देखा जाता है और ग्रहों में चंद्रमा को मन का कारण ग्रह माना जाता है।
Shukra Gochar। अगर किसी भी व्यक्ति में तीसरा स्थान जिसमें कालपुरूष की कुंडली में बुध और चंद्रमा विपरीतकारक हो अथवा दूषित हो अथवा पापक्रांत होकर छठवे, आठवे या बारहवे स्थान पर बैठ जाए अथवा तीसरे स्थान पर राहु, शनि जैसे ग्रह हों या चंद्रमा इन ग्रहों से अक्रांत होकर छठवे, आठवे या बारहवे स्थान पर हो जाए तो ऐसे में कषाय उपजता है और मन लगातार नाकारात्मक सोच से भरा रहता है।
Shukra Gochar। मानव मन की अशांति और तन की अस्वस्थता का मूलमंत्र कषाय है। कषाय से व्यक्ति का चिन्तन, वाणी और व्यवहार प्रभावित होता है परिणाम स्वरूप विविध शारीरिक, मानसिक व्याधियाँ जन्म लेती हैं।
कषाय आत्मा का विकार है, व्यक्ति तनाव, कुण्ठा और मनोरोगों (हायपर टेंशन, डिप्रेशन, ब्लड प्रेशर) से ग्रस्त होता है। सुख और शांति तो जैसे कोसों दूर चले जाते हैं। इन सभी का मूल कारण कषाय है।
मेष राशि –
आज दिन आलस्य भरा होगा …
वक्त ख़राब करेंगे ..
अनिद्रा तथा थकान संभव …
वृषभ –
आज कार्य में मन नहीं लगेगा…
ज्यादा चाय या व्यसन से भी शारीरिक कष्ट ….
मिथुन –
परिवारिक व्यवस्था में खर्च….
आकस्मिक विवाद…
घरेलू कलह….
कर्क –
स्थान परिवर्तन सुखकारक….
छोटी यात्रा होगी …
चतुस्पद से सावधान रहें…
सिंह –
कार्य अधिकता रहेगा…
पुराना रोग कष्टकारी….
कन्या –
भागीदारों से लाभ जिससे व्यवसायिक ग्रोथ…
जीवनसाथी के लिए शापिंग हो सकती है…
तुला-
नई विद्या पर कार्य की शुरूआत या…..
नये योजना से कार्य करने से लाभ…
नये लोगों से व्यवहारिक दूरी बनाये रखना उचित होगा….
वृश्चिक –
नवीन कार्य में सफलता…..
भागीदारी से लाभ…..
पेट का रोग कष्ट दे सकता है ….
धनु –
पारिवारिक विवाद…
जिम्मेदारी में वृद्धि किंतु लाभ में कमी से तनाव….
व्यसन से अपयष…
मकर –
जायदाद संबंधी कार्य से लाभ…
धार्मिक स्थल की यात्रा के योग….
जीवनसाथी को स्वास्थगत कष्ट…
कुम्भ –
वाहन या मकान में बदलाव….
अपनो या करीबी दोस्तों से धोखा…
पैर दर्द …
मीन –
व्यापार, नौकरी में स्थिति मध्यम रहेगी…
काम काज में सुधार करना होगा…
क्रोध, उत्तेजना पर संयम रखें…