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Smriti Mishra IAS-DSP की बेटी बनेगी कलेक्टर: UPSC में चौथा रैंक, बेटी ने जब खुशखबरी दी तब पिता थे SP दफ्तर…

नई दिल्ली। यूपीएससी द्वारा जारी नतीजों में चौथा रैंक लाने वाली स्मृति मिश्रा आईएएस बनेंगी। उनके पिता राजकुमार मिश्रा वर्तमान में डीएसपी के पद पर पदस्थ है। उनकी पदस्थापना बरेली में है। आज दोपहर जब रिजल्ट आया और उनकी बेटी ने पिता को यह खुशखबरी दी तब पिता राजकुमार मिश्रा एसपी दफ्तर में थे। खुशखबरी सुनते ही उन्होंने मिठाई बांटी।

चौथा रैंक आने वाली स्मृति मिश्रा मूल रूप से प्रयागराज के भारद्वाजपुरम की रहने वाली है। उनके पिता राजकुमार मिश्रा ने 1989 में उत्तर प्रदेश पुलिस मे सब इंस्पेक्टर के पद से सेवा शुरू की थी। 2013 में वे इंस्पेक्टर बनाये गए। 2021 में उनका डीएसपी के पद पर प्रमोशन हुआ। फिलहाल वे बरेली में सेकंड सीओ के पद पर पदस्थ है। स्मृति मिश्रा अपनी मां अनीता मिश्रा के साथ नोएडा में रहती है। उनका भाई लोकेश मिश्रा भी सुप्रीम कोर्ट में वकालत करते है। स्मृति मिश्रा नोएडा की पहली महिला पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह से भी काफी प्रभावित है। अपने पिता के साथ उनकी मुलाकात आईपीएस लक्ष्मी सिंह से हुई थी। इसके बाद से वह उनसे जुड़ी हुई हैं। और उनकी ही तरह अफसर बन कर महिला सशक्तिकरण के लिए कार्य करना चाहती थी।

स्मृति मिश्रा की पढ़ाई आगरा से हुई है। उन्होंने आगरा से 12वीं तक की पढ़ाई कंप्लीट करने के बाद दिल्ली आकर दिल्ली यूनिवर्सिटी के मिरिंडा कॉलेज से बीएससी की पढ़ाई की और अब दिल्ली यूनिवर्सिटी से ही लॉ की पढ़ाई के साथ-साथ यूपीएससी की तैयारी कर रही थी। स्मृति का मानना है कि घंटे देखकर पढ़ाई नहीं करना चाहिए, वह खुद भी जब तक प्रतिदिन का टारगेट पूरा ना हो जाए तब तक के पढ़ाई करती थी। इसके लिए कितने घंटे बित जाएं वह नहीं देखती थी। स्मृति के अनुसार पढ़ाई के लिए निरंतरता जरूरी है। वह रोज का टारगेट पूरा करने के बाद ही किसी फैमिली फंक्शन या त्यौहार में शामिल होती थी। स्मृति अपने तैयारी के 3 सालों तक सोशल मीडिया से दूर रही। केवल व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से अपने परिवार और दोस्तों के संपर्क में रही। स्मृति बताती है कि वह दिन में 3-4 बार ही व्हाट्सएप देखती थी।

स्मृति ने जीव विज्ञान ऑप्शनल सब्जेक्ट लेकर यूपीएससी दिलाया। यह उनका तीसरा प्रयास था। दूसरे प्रयास में उनका प्री तक नहीं निकला जिसके बाद वह बुरी तरह टूट गई थी। पर शिक्षकों व सीनियरों की मदद से वह उबरी और फिर से तैयारी शुरू की। उन्होंने यूपीएससी की तैयारी के लिए कोचिंग भी लिया। स्मृति बताती है कि उनके पिता राजकुमार मिश्रा ने लगातार उनका उत्साहवर्धन किया। वह अपने पिता राजकुमार मिश्रा से बहुत प्रभावित हैं। उनके पिता कई लोगों की मदद करते हैं, जिसको देखकर वह भी आईएएस बनकर लोगों की मदद करना चाहती थी। आईएएस बन वह महिला सशक्तिकरण के लिए कार्य करना चाहती हैं। उनसे साक्षात्कार में प्रयागराज से होने की वजह से पूछा गया कि कुंभ मेले का आयोजन किस तरह से करेंगी, और भीड़ को कैसे मैनेज करेंगी? साथ ही ला की छात्रा होने की वजह से कानून से संबंधित प्रश्न भी पूछे गए। स्मृति बताती है कि आईएएएस बन कर वह महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में काम करेंगी।

https://npg.news/bureaucrats/smriti-mishra-ias-dsp-ki-beti-banegi-collector-upsc-me-chautha-rank-beti-ne-jab-khushakhabari-di-tab-pita-the-sp-daftar-1241854