विशेष संवादाता
रायपुर। बतौर IPS 37 वर्ष पूरा कर कल 31 मार्च 2023 को CG कैडर के IPS अधिकारी दुर्गेश माधव अवस्थी रिटायर हो जायेंगे। छग. कैडर के IPS अफसरों में सबसे कामयाब DGP में शुमार हैं दुर्गेश माधव अवस्थी, SP, SSP, IG और ADG से लेकर DGP रहते बेहतर पुलिसिंग और पुलिस कर्मचारियों के लिए सुविधाजनक आवास निर्माण इनके कार्यकाल में नजीर हैं। कयास लगाया जा रहा है कि EX DGP श्री अवस्थी को CM सेक्रेट्रिएट में उनकी काबिलियत के मुताबिक अहम् जिम्मेदारी रिटायरमेंट के बाद मिल सकती है। वर्ष 1986 बैच के आईपीएस अधिकारी डीएम अवस्थी फिलहाल ईओडब्लू और एसीबी चीफ की कमान संभाल रहे हैं।
मूलतः कानपुर(उत्तर प्रदेश) के रहने वाले डीएम अवस्थी 23 साल की उम्र में 1986 में वे आईपीएस चयनित हुए। पुलिस अकादमी हैदराबाद से प्रशिक्षण के बाद सतना से उनका प्रोबेशन शुरू हुआ। 3 साल गुजरात में इंजीनिरियंग सर्विस में रहे। पहली पुलिस कप्तानी उन्हें जिला छिंदवाड़ा की मिली इसके बाद वे रायगढ़ एसपी रहे। रायगढ से एआईजी इंट के पद पर भोपाल गए। इस पद पर वे तीन साल रहे। डीएम अवस्थी उन चुनिंदा आईपीएस अधिकारियों में शामिल हैं जिन्होंने जो दो राज्यों में सात साल तक खुफिया विभाग का जिम्मा सम्हाला।
इंटेलिजेंस के बाद उन्हें एसपी उज्जैन बनाया गया। छत्तीसगढ़ बनने से पहले सिर्फ एक पोस्टिंग उन्होंने रायगढ़ एसपी के तौर पर की थी। मगर राज्य के बंटवारे के बाद उन्हें छत्तीसगढ़ कैडर मिला तो फिर छत्तीसगढ़ के होकर रह गए। छत्तीसगढ़ में वे रायपुर के एसएसपी, रायपुर आईजी के पद पर रहे। वे चार साल तक इंटेलिजेंस चीफ रहे। रमन सरकार की तीसरी पारी में इंटेलिजेंस से हटने के बाद उन्होंने छत्तीसगढ़ पुलिस हाउसिंग कारपोरेशन का दायित्व संभाला। दिसंबर 2018 में जब कांग्रेस की भूपेश बघेल सरकार ने एएन उपध्याय को हटाकर डीएम अवस्थी को डीजीपी बनाया था। इस पद पर वे करीब तीन साल रहे। फिर उन्हें पुलिस प्रशिक्षण का डायरेक्टर बनाया गया। तीन महीने पहले उन्हें ईओडब्लू और एसीबी का डायरेक्टर बनाया गया था।
0 SSP, IG रहते लॉ एन ऑर्डर मजबूत रहा
0 जरायम रोकने के लिए विभागीय प्रयोग किए
0 महकमे के मातहतों के लिए दरबार लगाया
0 विभाग का मनोबल बढ़ाने योजना लागू किये
0 बेहतरीन पुलिस आवास निर्माण किये
0 महकमे में अहम जिम्मेदारी बखूबी निभाए
0 पूरा सेवाकाल बेदाग और दमदाररहा