मिशन 2024 पूरा हुआ। रोहित शर्मा की अगुवाई वाली भारतीय टीम ने इस सपने को साकार किया है। शनिवार को खेले गए टी20 विश्व कप के रोमांचक खिताबी मुकाबले में भारत ने दक्षिण अफ्रीका को सात रन से हराकर 11 साल का आईसीसी खिताबी सूखा खत्म किया। मगर, क्या आपको भारत का पहला और दूसरा टी20 खिताब जीतने में द. अफ्रीका से जो खास कनेक्शन है उसके बारे में पता है?
भारत के चैम्पियन बनने और दक्षिण अफ्रीका के बीच एक खास कनेक्शन है। हालांकि, इसे जानने के लिए हमें इतिहास के पन्नों में थोड़ा पीछे जाना होगा।
24 सितंबर, 2007 दिन सोमवार, जब भारतीय क्रिकेट टीम ने महेंद्र सिंह धोनी की अगुवाई में टी20 विश्व कप जीता था। अब 29 जून, 2024 दिन शनिवार को दोबारा टीम इंडिया ने वहीं कीर्तिमान दोहराया और खिताब पर कब्जा किया।
करीब 17 साल बाद भारत इस फॉर्मेट में विश्व विजेता बना, इस दौरान एक गजब संयोग भी बना है। दरअसल, भारतीय टीम ने दक्षिण अफ्रीका को हराकर अपना दूसरा खिताब जीता और पहला खिताब भी द. अफ्रीका से जुड़ा है। यह संयोग है उस समय टूर्नामेंट के मेजबान देश जुड़ा… भारत ने जब पहला टी20 विश्व कप जीता तो उस समय टूर्नामेंट का मेजबान देश अफ्रीका था।
याद कीजिए जोहान्सबर्ग का मैदान और तारीख 24 सिंतबर, साल 2007 जब भारत की ओर से जोगिंदर शर्मा गेंदबाजी कर रहे थे, और सामने थे मिस्बाह उल हक। विकेट के पीछे महेंद्र सिंह धोनी अपनी रणनीति के साथ खड़े थे, जोगिंदर शर्मा ने गेंद फेंकी और मिस्बाह ने गेंद को उठाकर पीछे मारा जो सीधा श्रीसंत के हाथों में जा पहुंची। इस तरह भारत ने पहला पुरुष टी 20विश्व खिताब जीत लिया।
दरअसल, टी20 फॉर्मेट का पहला विश्व कप दक्षिण अफ्रीका में खेला जा रहा था। भारत ने पहला विश्व कप जीता था। इस तरह से भारतीय टीम ने द. अफ्रीका के सामने उसके घर पर ट्रॉफी जीती थी। बस फर्क इतना था कि तब पाकिस्तान टीम सामने थी, लेकिन 29 जून, 2024 को भारतीय टीम ने वेस्टइंडीज में दक्षिण अफ्रीका को हरा कर खिताब पर कब्जा किया है।
अब इसे संयोग कह लीजिए या किस्मत का लेखा-जोखा, मगर एक बात तो साफ है कि टी20 फॉर्मेट में दक्षिण अफ्रीका की टीम भारत के लिए बहुत शुभ है।