Balasore Train Accident : ओडिशा के बाहानगा बाजार रेलवे स्टेशन के पास हुए भीषण रेल हादसे के बाद के अब वहां कोई भी ट्रेन नहीं रुकेगी। बाहानगा बाजार रेलवे स्टेशन ये वही रेलवे स्टेशन है, जहां कोरोमंडल एक्सप्रेस, यशवंतपुर-हावड़ा एक्सप्रेस और मालगाड़ी की टक्कर हुई थी। इस हादसे में 288 लोगों की मौत हुई थी, जबकि इसमें 1200 यात्री घायल हो गए। अब तक 82 शवों की पहचान नहीं हो पाई है। वहीं रेलवे ने निर्णय लिया है की जब तक केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) हादसे की जांच को पूरा नहीं कर लेती है, तब तक बाहानगा बाजार रेलवे स्टेशन पर किसी भी ट्रेन को नहीं रोका जाएगा। अधिकारियों ने इसकी जानकारी दी है।
साउथ ईस्टर्न रेलवे के चीफ पब्लिक रिलेशन ऑफिसर आदित्य कुमार चौधरी ने कहा कि सीबीआई ने लॉग बुक जब्त कर स्टेशन को सील कर दिया है, जब तक जांच पूरी होने नहीं हो जाती है, तब तक स्टेशन पर कोई ट्रेन नहीं रुकेगी। उन्होंने आगे बताया कि रिले इंटरलॉकिंग पैनल को सील कर दिया गया है। इसकी वजह से रेलवे स्टेशन के स्टाफ के पास सिग्नलिंग सिस्टम के सबसे जरूरी हिस्से तक पहुंच नहीं है। अगले नोटिस तक बाहानगा बाजार रेलवे स्टेशन पर कोई यात्री ट्रेन या मालगाड़ी नहीं रुकेगी।
बाहानगा बाजार स्टेशन से रोजाना गुजरती हैं 170 ट्रेनें
दरअसल, बाहानगा बाजार जैसे छोटे स्टेशनों में रिले इंटरलॉकिंग पैनल को उनकी भौगोलिक स्थिति के मुताबिक सिग्नल, पॉइंट, ट्रैक सर्किट, क्रैंक हैंडल, एलसी गेट, साइडिंग आदि के लिए लाइटिंग इंडिकेटर की सुविधा होती है। बाहानगा बाजार रेलवे स्टेशन से रोजाना 170 ट्रेनें गुजरती हैं. इसमें से सिर्फ सात यात्री ट्रेनें ही यहां रुकती हैं। इन ट्रेनों में भद्रक-बालासोर मेमू, होरह भद्रक बाघजातीं फास्ट पैसेंजर, खरगपुर खुर्दा रोड फास्ट पैसेंजर शामिल हैं। ये ट्रेनें सिर्फ एक मिनट के लिए स्टेशन पर रुकती हैं। बाहानगा बाजार रेलवे स्टेशन के आस-पास 25 गांव मौजूद हैं.।आम दिनों में इन गांवों के मजदूर स्टेशन पर पैसेंजर ट्रेनें पकड़ने के लिए आते हैं।