Tripura CM: माणिक साहा दूसरी बार त्रिपुरा के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेंगे. सोमवार को बीजेपी विधायक दल की बैठक में सर्वसम्मति से उनको नेता चुना गया. इसके बाद वह आज शाम राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे. त्रिपुरा में चुनाव से एक साल पहले बिप्लब कुमार देब को हटाकर माणिक साहा को राज्य की कमान सौंपी गई थी.
हालांकि भाजपा ने इस बार मुख्यमंत्री पद के लिए किसी उम्मीदवार का नाम नहीं बताया था, लेकिन पार्टी के चुनाव अभियान से संकेत साफ था कि माणिक साहा को ‘हॉट सीट’ पर बरकरार रखा जाएगा. पीएम नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह की चुनावी रैलियों में “मोदी-माणिक साहा सरकार” के लिए दूसरे कार्यकाल का आह्वान किया जा रहा था.
हालांकि, विधायक दल की बैठक से पहले केंद्रीय मंत्री प्रतिमा भौमिक का नाम भी सामने आ रहा था और उनको लेकर अटकलें लगाई जा रही थीं कि त्रिपुरा में भी सीएम बदला जा सकता है. हालांकि, विधायक दल की बैठक में माणिक साहा के नाम पर मुहर लगी और वह दूसरी बार त्रिपुरा के सीएम के तौर पर शपथ लेंगे.
My sincere gratitude to all for electing me as the leader of legislature party.
Under the guidance of Hon’ble PM Shri @narendramodi ji, we shall work together to build ‘Unnata Tripura, Shrestha Tripura’ & ensure the welfare of all sections of people.@blsanthosh pic.twitter.com/UC0IrV3QOA
— Prof.(Dr.) Manik Saha (@DrManikSaha2) March 6, 2023
साफ-सुथरी छवि के नेता हैं माणिक साहा
त्रिपुरा में शपथ ग्रहण समारोह आठ मार्च को होगा. इसमें शामिल होने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के अध्यक्ष जे पी नड्डा मंगलवार शाम अगरतला पहुंचेंगे. पीएम नरेन्द्र मोदी के भी शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने की संभावना है. इसके अलावा, भाजपा शासित राज्यों के कई मुख्यमंत्री भी माणिक साहा के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हो सकते हैं. माणिक साहा साफ-सुथरी छवि के नेता माने जाते हैं और कानून-व्यवस्था पर काफी काम किया है. इस दौरान राज्य में हिंसा की घटनाएं नहीं हुईं.
दूसरी बार सरकार बनाएगी बीजेपी
भाजपा ने 60 सदस्यीय विधानसभा में 32 सीटें जीतकर स्पष्ट बहुमत हासिल किया है जबकि उसके सहयोगी दल इंडिजीनस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (आईपीएफटी) ने एक सीट जीती. इस तरह त्रिपुरा में लगातार दूसरी बार बीजेपी सरकार बनाने जा रही है. त्रिपुरा में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान 16 फरवरी को हुआ था तथा नतीजों की घोषणा दो मार्च को की गई.