विशेष संवादाता, रायपुर
Chips में कार्यरत डेढ़ सौ कर्मचारियों की बीते माह की सैलरी 16 दिन लेट हो गई थी। SEO रितेश अग्रवाल के प्रशिक्षण अवकाश में रहने से चिप्स में कार्यरत डेढ़ सौ कर्मचारियों को बीते माह की सैलरी अटकी हुई थी। इस संबंध में टीआरपी ने प्रमुखता से मुद्दा उठाया था। खबर के फ़ौरन बाद अवकाश से मंगलवार की शाम वाली फ्लाइट से लौटते ही सीईओ रितेश अग्रवाल एयरपोर्ट से सीधे चिप्स के दफ्तर पहुंचकर स्टाफ की सैलरी के लिए उदारता दिखते हुए हस्ताक्षर किया।
बता दें कि उन्होंने रवानगी से पूर्व किसी को भी अपनी सिनेटरी पावर नहीं दिया था। Chips CEO के नाते उनकी साइन से ही सभी की सैलरी बनती है । लेकिन ट्रेनिंग अवकाश में जाने की जल्दी उन्होंने किसी को अथॉरिटी नहीं दिए और Chips के करीब 150 स्टाफ की पगार 16 दिनों से अप्राप्त थी।
आईएएस रितेश अग्रवाल आते ही देर शाम फ़ौरन संबंधित अधिकारी को बुलाकर स्टाफ की सैलरी वाले दस्तावेज में हस्ताक्षर किया। सूत्रों ने बताया कि सीईओ श्री अग्रवाल ने बैंक को भी तत्काल सभी कर्मचारियों की सैलरी रिलीज़ करवाने की ताकीद भी किया था। क्योंकि शाम हो चुकी थी और बैंक बंद होने वाला था, लेकिन आईएएस रितेश अग्रवाल ने उदारता का परिचय देते हुए तत्काल ही पगार बनाकर रिलीज़ करने को कहा।
बता दें Chips के तहत कई स्कीम चल रही है। जिसमे सीएसएल, भारतनेट, ई-प्रोक्योरमेंट, SWAN, CSICL डिजिटलाइजेशन, डिजिटलिजेशन सेक्रेटरी हेड आदि कई स्कीम Chips के अंडर संचालित हैं। इन्हीं कार्यक्षेत्रों में तैनात 150 स्टाफ को 1 तारीख को मिलने वाली सैलरी 17 जनवरी को मिली है।