विशेष संवादाता
रायपुर। मेयर ऐजाज़ ढेबर को पता तक नहीं चला, निगम कमिश्नर की नाक के नीचे मातहत भ्रष्टाचार की कारगुज़ारियों को अंजाम देते गए। रायपुर नगर निगम को तक़रीबन 27 करोड़ का नुकसान निगम के अधिकारी पहुंचा दिए। शहर के लिए जगह जगह विशालकाय जानलेवा, खतरनाक यूनिपोल खड़े कर दिए। रायपुर नगर निगम के हाल को बयां करने के लिए 70 अवैध यूनिपोल और चौक-चौराहे काफी है।
रायपुर के इस चौराहे को कौन बना रहा है, क्यों बना रहा है, किसने इसकी अनुमति दी, इसका बजट कहां से आया। इस सवाल का जवाब देते हुए महापौर एजाज ढेबर ने कहा कि ये किसी को नहीं पता। ये पूछे जाने पर कि इसके पीछे कौन लोग हैं जो काम कर रहे हैं, महापौर ने कहा उन्हें ढूंढना पड़ेगा शहर के बाकि हिस्सों का विकास उन्हीं से करवाएंगे।
इतने दिनों तक आपको जानकारी कैसे नहीं हुई और अब कार्रवाई क्यों कर रहे हैं ये पूछे जाने पर महापौर ने कहा- जो बचते रहता है वो सही है जो पकड़ा गया चोर है, बहुत दिन से ये चल रहा था। अब पकड़ में आया है, मुझे 20 दिन लगे स्टडी करने में कागजों में घुमाकर काम किया गया है। इसके लिए मैंने 4 एक्सपर्ट लोगों से बात की 2 आदमी बाहर से बुलाए गए। तब पता लगा कि गड़बड़ी हुई है। 27 करोड़ का नुकसान जो हुआ उसकी भरपाई हम करेंगे। किसी एजेंसी को 900 रुपए में काम दिया किसी को सिर्फ 400 रुपए में। 15 बाय 9 की साइज को मनमानी ढंग से 18 बाय 18 किया गया।
महापौर ने मिडिया से कहा है कि यदि उन्हें संतुष्ट नहीं किया गया तो लोकायुक्त में जाउंगा, ये मामला शहर की सुरक्षा की दृष्टि से जुड़ा है। अगर कल को कोई हादसा हुआ तो जवाब दार कौन होगा। कंपनियों ने लॉस बताया उन्हें भी काम दिया गया है। जिनके चेक बाउंस हुए ऐसी कंपनियों को काम दिया गया है। मगर इसमें अब जितने होल्डिंग्स लगे हैं सबको नापा जाएगा, सबके टेंडर ऑनलाइन किया जाएगा। यहां से नहीं होगा तो जहां जी भी जाना पड़े चाहे सीएम के पास जाना पड़े जाएंगे। क्योंकि ये रायपुर के विकास से जुड़ा मुद्दा है। वसूली की जाएगी, अफसरों का निलंबन होगा, FIR होगी। टेंडर को रदद् भी करेंगे।
वर्जन
7 लोगों की समिति बनाई गई है। मैं भी समिति मे हूं, मेरे आंकलन के मुताबिक करीब 27 करोड़ का घोटाला हुआ है। महापौर होने के नाते मैं चाहता हूं कि निगम का राजस्व बढ़े, मगर ऐसी बढा़ेतरी नहीं चाहिए। जांच समिति में मैं हूं और यदि मैं संतुष्ट नहीं हुआ तो लोकायुक्त में जाउंगा। किसी को बक्शा नहीं जायेगा।
ऐजाज़ ढेबर, महापौर नगर निगम रायपुर