White or Brown Rice: भारतीय खाने की बात करें न तो दुनियाभर के लोग इसके दीवाने हैं. विदेशों में तो अब आपको इंडियन रेस्टोरेंट मिल जाएंगे, जहां आप इडली-डोसा से लेकर दाल फ्राई तक- हर चीज खाने को मिल जाएगी. सिर्फ इतना ही नहीं, विदेशों में तो भारत की ही तरह अब दाल चावल खाने का ट्रेंड भी खूब देखने को मिल रहा है. बता दें कि चावल हमेशा से ही भारतीय थाली का हिस्सा रहा है. इसके बिना कंपलीट फूड माना ही नहीं जाता.
White or Brown Rice/साउथ इंडिया में तो आपको ज्यादातर लोग सांभर के साथ चावल खाते दिख ही जाएंगे. कई लोगों को तो चावल इचनी पसंद होता है कि वो लंच-डिनर में चावल जरूर शामिल करते हैं. लेकिन डाइटिंग करने वाले सफेद चावल से थोड़ा बचते नजर आते हैं. एक्सपर्ट का कहना है कि जो लोग वेट लॉस कर रहे हैं, वो सफेद चावलों की जगह ब्राउन राइस खाना पसंद करते हैं. लेकिन इन दोनों में से हमारे लिए हेल्दी विकल्प क्या है. आइए एक्सपर्ट से जानने की कोशिश करते हैं.
ब्राउन या सफेद चावल में से किसे चुनें?
एक्सपर्ट का कहना है कि इंडियन फूड बिना चावलों के अधूरा है. लेकिन कुछ लोगों के मन में सवाल आता है कि हमारी हेल्थ के लिहाज से क्या बेहतर है- सफेद चावल या ब्राउन राइस. डायटीशियन माधवी कहती हैं कि सफेद चावल प्रोसेस्ड होते हैं लेकिन ब्राउन राइस कई सारे मिनरल्स और विटामिन्स होते हैं. ब्राउन राइस को साबुत अनाज में गिना जाता है.
विटामिन बी कॉम्प्लैक्स
White or Brown Rice/एक्सपर्ट का कहना है कि ब्राउन राइस में विटामिन बी कॉम्प्लैक्स और प्रोटीन की मात्रा ज्यादा होती है. इसके साथ ही, इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स भी कम होता है- जो शुगर के मरीजों के लिए बेहद फायदेमंद है. इसके अलावा, इसमें फाइबर भरपूर मात्रा में पया जाता है, जो हमारे डाइजेस्टिव सिस्टम को ठीक रखता है.
सफेद चावल अनहेल्दी है?
एक्सपर्ट का कहना है कि ज्यादातर लोग सफेद चावलों को अनहेल्दी मानते हैं लेकिन ऐसा नहीं है. सफेद चावलों में कार्ब्स और स्टार्च ज्यादा मात्रा में पाए जाते हैं. इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स ज्यादा होता है और फाइबर की मात्रा कम. यही वजह है कि डायबिटीज और वेट लॉस करने वाले लोग इससे दूरी ही बनाते हैं.
हेल्दी विकल्प
जाहिर सी बात है कि ब्राउन राइस में सफेद चावलों के मुकाबले ज्यादा हेल्दी तत्व पाए जाते हैं. यही वजह है कि इन्हें हेल्दी चावलों में गिना जाता है.White or Brown Rice