नई दिल्ली। कंपनी Zomato के पक्ष में कई चीजें दिख रही हैं। इसने टियर 2 सहित छोटे शहरों पर अपना फोकस बढ़ाया है। इस बिजनेस में पहले एंट्री का फायदा भी इसे मिलता दिख रहा है। इसकी मौजूदगी भी पूरे देश में है।
फूड डिलीवरी मार्केट में पिछले कुछ सालों में Zomato और Swiggy के बीच जबरदस्त प्रतिस्पर्धा देखने को मिली है। 2020 में इस मार्केट में Swiggy अपनी पैठ बढ़ाने में सफल रही। उसकी बाजार हिस्सेदारी 52 फीसदी हो गई थी। उसके बाद से इसकी बाजार हिस्सेदारी में गिरावट आई है। यह गिरकर 45 फीसदी पर आ गई है। स्विगी के सबसे बड़े शेयरहोल्डर Prosus के मुताबिक, FY23 में स्विगी की ग्रॉस मर्चेंडाइज वैल्यू (GMV) 2.6 अरब डॉलर थी। इस अवधि में Zomato की जीएमवी 3.2 अरब डॉलर थी। सवाल है कि स्विगी के मुकाबले Zomato क्यों अच्छी स्थिति में दिख रही है?
छोटे शहरों पर फोकस का फायदा
गुरुग्राम की फूड डिलीवरी कंपनी Zomato के पक्ष में कई चीजें दिख रही हैं। इसने टियर 2 सहित छोटे शहरों पर अपना फोकस बढ़ाया है। इस बिजनेस में पहले एंट्री का फायदा भी इसे मिलता दिख रहा है। इसकी मौजूदगी भी पूरे देश में है। हालांकि, कुछ बड़े शहर पर दोनों कंपनियों ने फोकस किया है। दोनों का फोकस बेंगलुरु पर रहा है। इसकी वजह यह है कि बेंगलुरु में नौकरी के लिए दूसरे शहरों से आने वाले लोगों की संख्या काफी ज्यादा है। यहां स्विगी बढ़त बनाने में सफल रही। शहर के ज्यादातर फूड डिलीवरी मार्केट पर उसका कंट्रोल बना हुआ है।