मुंबई। महाराष्ट्र में शरद पवार को बहुत बड़ा झटका लगा है, क्योंकि उनकी बनाई हुई राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी यानि एनसीपी अब उनकी नहीं रही। मंगलवार रात को चुनाव आयोग (election Commission) ने ऐलान किया कि अजित पवार का गुट ही असली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी है। इसलिए पार्टी का आधिकारिक चुनाव चिन्ह् अब अजित गुट को दिया जाता है। चुनाव आयोग ने कहा कि विवादित आंतरिक संगठनात्मक चुनावों के मद्देनजर ‘विधायी बहुमत के परीक्षण’ ने अजित पवार गुट को एनसीपी का चुनाव चिह्न हासिल करने में मदद की।
हालांकि, चुनाव आयोग ने राज्यसभा चुनाव के मद्देनजर शरद पवार को अपने नए राजनीतिक दल का नाम रखने के लिए विशेष छूट दी है। ANI के मुताबिक, 6 महीने से ज्यादा समय तक चली 10 से ज्यादा सुनवाई के बाद, चुनाव आयोग ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) में विवाद का निपटारा किया और अजीत पवार के नेतृत्व वाले गुट के पक्ष में फैसला सुनाया।
चुनाव आयोग अपने नए राजनीतिक गठन के लिए एक नाम का दावा करने और आयोग को तीन प्राथमिकताएं देने का एक बार का विकल्प दिया है। अपनी नई पार्टी का नाम आयोग को देने के लिए शरद पवार के पास 7 फरवरी, 2024 को दोपहर 3 बजे तक का समय है।