बिलासपुर—कलेक्टर अवनीश शरण ने शिक्षा और आदिवासी विभाग से संचालित छात्रावास,आश्रम अधीक्षकों के साथ बैठक कर प्रवेश उत्सव मनाने का निर्देश दिया है। कलेक्टर ने छात्रावास अधीक्षकों को निर्देश दिया है कि छात्रावासों की स्थिति बेहतर रखने के साथ ही बच्चों को अच्छा वातावरण और गुणवत्तायुक्त भोजन उपलब्ध कराना अनिवार्य है। मंथन सभागार में आयोजित बैठक में 90 छात्रावास और आश्रमों के अधीक्षक मौजूद थे।
कलेक्टर शरण ने करीब 90 छात्रावास अधीक्षकों के साथ मंथन सभागार में संवाद किया। उन्होने सभी अधीक्षकों को बताया कि बच्चे आपके संरक्षण में रहते है। जाहिर सी बात है कि बच्चों की जिम्मेदारी हमारी और आपकी है। छात्रावास में रहने वाले बच्चों को अपना बच्चा समझ उनके बेहतर भविष्य निर्माण में सहयोगी बने। छात्रावास में बिलकुल घर जैसा माहौल और जरूरी सुविधा उपलब्ध कराएं। कलेक्टर ने बैठक में मौजूद सभी अधीक्षकों को बच्चों का शत-प्रतिशत स्वास्थ्य परीक्षण कराने को कहा। नियमित बैठक कर आश्रम छात्रावासों के रख-रखाव, भोजन की गुणवत्ता, स्वास्थ्य परीक्षण की स्थिति समेत अन्य बिन्दुओं पर चर्चा का का निर्देश दिया।
कलेक्टर ने बच्चों के बेहतर परीक्षा परिणाम को लेकर 1 घंटे अलग से ऑनलाईन कक्षा लगाने का निर्देश दिया। साथ ही ऐसे शिक्षकों का अलग ग्रुप तैयार करने कहा जो बच्चों को अलग से 1 घंटे सालभर ऑनलाईन पढ़ा सके। उन्होंने कन्या छात्रावासों में सुरक्षा की पुख्ता इंतजाम करने का निर्देश दिया। कलेक्टर ने कहा कि राजस्व अधिकारियों को छात्रावासों का सघन निरीक्षण का आदेश दिया।
कलेक्टर ने दुहराया कि निरीक्षण के दौरान खामियां पाए जाने पर संबंधित छात्रावास अधीक्षक पर कठोर कार्रवाई होगी।
बैठक में एडीएम शिव कुमार बनर्जी, सहायक कलेक्टर तन्मय खन्ना, आदिवासी विकास विभाग के सहायक आयुक्त सीएल जायसवाल, शिक्षा विभाग के सहायक संचालक अनिल तिवारी समेत अन्य अधिकारी-कर्मचारी मौजूद थे।