बिलालसपुर—- पुलिस ने बिलासपुर रेंज साइबर थाना में दर्ज ऑनलाइन सेक्सटॉर्शन के मामले में अंतर्राज्यीय आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस कप्तान रजनेश सिंह ने खुलासा किया कि आपरेशन ‘‘प्रहार’’ के तहत बिलासपुर की संयुक्त पुलिस टीम ने रिटायर्ड तहसीलदार को डरा-धमका कर 11 लाख रुपए की ठगी करने वालों को पकड़ा है। मामला कोनी थाना क्षेत्र का है। पकड़े गए आरोपी धोखाधड़ी के दौरान फर्जी सिम कार्ड और बैंक अकाउंट का उपयोग करते थे। आर्मी का ऑफिसर का रिश्तेदार बनकर लोगों को कॉल करते और ऑनलाईन ठगी के मंसबों को अंजाम देते थे। पकड़े गए तीनों आरोपी राजस्थान राज्य के रहने वाले है। विभिन्न धाराओं के तहत अपराध दर्ज कर तीनों को जेल दाखिल कराया गया है।
पकड़े गए आरोपियों का नाम,पता,ठिकाना
1),तारिफ पिता दीन मोहम्मद उर्फ दीनू* उम्र 25 वर्ष निवासी हजारीबास, थाना कामां जिला डीग राजस्थान,2) मोहम्मद शमीम पिता अब्दुल रशीद उम्र 21 वर्ष निवासी हजारीबास, थाना
कामां जिला डीग राजस्थान,3)अमजद खान पिता शरीफ खान* उम्र 32 वर्ष निवासी दोलाबास, थाना कामां जिला डीग राजस्थान।
पुलिस कप्तान रजनेश सिंह ने खुलासा किया कि कोनी थाना निवनासी शंकर पाटले ने 8 अप्रैल 2024 से 24.04.2024 तक अश्लील वीडियो वायरल करने के नाम पर डराने धमकाने वालों की शिकायत दर्ज कराया। पीड़ित ने बताया कि आरोपियों ने झूठे मामले में फंसाने की धमकी देकर सायबर ठगी को अंजाम दिया है। अलग-अलग तारीख में करीब 11 लाख रूपयों की ठगी को अंजाम दिया है।
रिपोर्ट दर्ज किए जाने के बाद धोखाधडी को अंजाम देने वाले व्यक्तियों की पतासाजी शुरू हुई। सायबर पोर्टल से संदिग्ध बैंक खातों को चिन्हांकित कर एकाउंट स्टेटमेंट, ऑनलाईन ट्रांजेक्शन और टेक इंट के माध्यम से जानकारी को एकत्रित किया गया। पुलिस को जानकारी मिली कि आरोपी राजस्थान के थाना कामां ग्राम हजारीबास और दोलाबास के रहने वाले हैं।
आरोपियों को पकड़ने विशेष टीम को राजस्थान रवाना किया गया। करीब एक सप्ताह राजस्थान में रहकर टीम ने आरोपियों का पता ठिकाना तलाशा। पतासाजी के दौरान जानकारी मिली कि आरोपी तारिफ,मोहम्मद शमीम और अमजद खान ऑनलाईन ठगी का काम करते हैं। इसके बाद तीनों को स्थानीय पुलिस के सहयोग से हिरासत में लिया गया।
पुलिस कप्तान ने बताया कि आरोपियों को पूछताछ के बाद बिलासपुर लाया गया। तीनों ने झांसे में लेकर ऑनलाईन ठगी का जुर्म कबूल किया। आरोपियों ने बताया कि ठगी के दौरान फर्जी सिम कार्ड और फर्जी बैंक खाते का उपयोग किया है। तीनों से 4 एण्ड्रायड फोन और सिम कार्ड जब्त किया गया। गिरफ्तार आरोपियों को न्यायिक रिमाण्ड पर भेजा गया है।
सम्पुर्ण कार्यवाही में अनुज कुमार अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक निमितेश सिंह नगर पुलिस अधीक्षक चकरभाठा के मार्गदर्शन में निरीक्षक राजेश मिश्रा प्रभारी रेंज सायबर थाना बिलासपुर उप निरीक्षक अजय वारे, सहायक उप निरीक्षरक सुरेश पाठक, आरक्षक श्रीश तिवारी, दीपक कौशिक, मुकेश वर्मा का विशेष योगदान रहा।
खुलासा के दौरान पुलिस कप्तान ने दुहराया कि साइबर ठग आये दिन नये नये तरीको का इस्तेमाल कर रहे हैं। कोई भी व्यक्ति अनजान नम्बर से अपने आप को पुलिस का अधिकारी, सी.बी.आई. अथवा ई.डी. का अधिकारी बताकर ठगी करने का प्रयास करते है। ऐसे कॉल से सावधान रहे।ठगी को रोकने के लिये जानकारी के साथ थानो में शिकायत दर्ज करायें। किसी भी लुभावने या सस्ती कीमतों पर मिलने वालों सामानों को खरीदते समय नगद में लेन-देन करें। अनजान व्यक्ति जिसका नम्बर आपके मोबाईल में दर्ज नहीं है। उसके साथ कभी भी कोई निजी जानकारी, बैंकिग जानकारी, ओटीपी, आधार कार्ड, पैन कार्ड फोटो साझा करने से बचें। इसके अलावा अनजान वेबसाईट एवं अनाधिकृत एप डॉउनलोड या सर्च करने से बचे।