बिलासपुर–मस्तूरी स्थित ओखर अस्पताल बन्द पाए जाने के खिलाफ बीएमओं ने डॉक्टर समेत सात कर्मचारियों का एक दिन का वेतन काटा है। इसके पहले बीएमओ ने 25 मई को शिकायत के बाद ओखर पहुंचकर अस्पताल का निरीक्षण किया था। मौके पर अस्पताल बन्द पाया गया। और मरीज इधर उधर भटकते पाए गए। बीएमओ ने शोकाज नोटिस जारी किया। संतोष प्रद जवाब नहीं मिलने पर कलेक्टर ने एक दिन का वेतन काटने का फरमान सुनाया है।
ग्रामीण इलाके की शासकीय अस्पताल में ताला बंद पाए जाने पर एक डॉक्टर समेत 7 स्वास्थ्य कर्मचारियों का बीएमओं ने एक दिन का वेतन काटने का आदेश दिया है। घटना मस्तुरी ब्लॉक के पीएचसी ओखर अस्पताल का है। 25 मई को निरीक्षण के दौरान ऑफिस टाइम में अस्पताल तालाबंद पाया गया। बड़ी संख्या में मरीज डॉक्टरों के आने का इंतजार कर रहे थे।
मामले में निरीक्षण दल ने कलेक्टर अवनीश शरण को वस्तुस्थिति से अवगत कराया। नराज कलेक्टर शरण ने बीएमओ मस्तुरी को आदेश दिया कि सभी कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें। आदेश के बाद बीएमओं ने 28 मई को सभी को शोकाज नोटिस थमाया। साथ ही निर्धारित समय में जवाब पेश करने को कहा।
बीएमओं की रिपोर्ट पर कलेक्टर ने संतोषप्रद जवाब नहीं पाए पर एक दिन का वेतन काटने का आदेश दिया है। भविष्य में समय पर अस्पताल पहुंच कर मरीजों का इलाज करने की चेतावनी भी दी है। जिन डॉक्टर और कर्मचारियों के वेतन काटा जा रहा है, उनमें चिकित्सा अधिकारी डॉ. शिवशंकर नागेशी, आरएमए गोविंद प्रसाद बंजारे, नेत्र सहायक भागीरथी बंजारे, फार्मा ग्रेड 2 देवेंद्र बंजारा, स्टॉफ नर्स विभव कच्छप, स्टाफ नर्स शिवानी पाण्डेय तथा सहायक ग्रेड 3 नरेंद्र कुमार राठौर शामिल हैं।