हृदेश केसरी@बिलासपुर। शहर के निजी अस्पताल को आयुष्मान कार्ड में 80 करोड़ के आसपास का भुगतान नहीं अब तक नहीं हो पाया है। डॉक्टर एसोसिएशन ने जिला स्वास्थ्य अधिकारी को ज्ञापन देकर अल्टीमेटम दिया है। भुगतान नहीं होने पर आयुष्मान कार्ड में इलाज नहीं किया जाएगा। डॉक्टर एसोसिएशन का ज्ञापन स्वास्थ्य अधिकाारी ने शासन को भेज दिया है।
डॉक्टर का कहना है आयुष्मान का बिल शासन भेजा जाता है तो उसे बिल में 60 से 70 प्रतिशत की कटौती किया जा रहा है। जबकि नियम अनुसार बिल बनाया जाता है, यह भी समस्या डॉक्टर के ऊपर आ रही है और आयुष्मान के तहत इलाज में नियमों का बदलने का प्रक्रिया से डॉक्टर को और परेशानी आ रही है। जबकि शहर में 70 निजी अस्पताल संचालित है। जिसमें 50 प्रतिशत हॉस्पिटल आयुष्मान कार्ड से इलाज कर रहे हैं, जबकि दांत आंख और प्रस्तुति का इलाज आयुष्मान कार्ड से केवल सरकारी हॉस्पिटलों में हो सकता है। निजी अस्पताल को आयुष्मान कार्ड में इलाज करने का अधिकार नहीं दिया गया है। इसको लेकर आम लोगों को आयुष्मान कार्ड में इलाज नहीं होने से आने वाले समय में परेशानी बढ़ सकती है। सूत्रों के मुताबिक सरकार को प्रदेश भर में आयुष्मान के तहत 800 करोड़ का भुगतान करना है। सरकार इलाज सुविधा को लेकर बड़ा-बड़ा दावा करती है।