गोपाल शर्मा@जांजगीर चांपा। हर घर जल पहुंचाने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री ने जल जीवन मिशन योजना की शुरुआत की. मगर अफसरों की लापरवाही कहे या कमीशन का फेर पीएम की महत्वाकांक्षी योजना को पलीता लगाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। जल जीवन मिशन के तहत जिले के कई गांव में पानी टंकी का निर्माण कर घर- घर नल कनेक्शन लगाने का कार्य लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा ठेकेदारों को दिया गया है। कई जगह पानी टंकी को महज औपचारिक रूप से निर्माण कराकर वाहवाही लूटने का सिलसिला जारी है।
जल जीवन मिशन के तहत बनाए गए पानी टंकी और पानी सप्लाई के लिए लगाए गए पाइप की गुणवत्ता को दरकिनार कर हर घर पानी पहुंचाने के दावे को खोखला साबित की गई है। वही पानी टंकी को लेकर चौकाने वाले खुलासे सामने आए। जल जीवन मिशन योजना का अफसरों और ठेकेदारों की उदासीनता के चलते बंटाधार हो रहा है। ऐसे में जल जीवन मिशन के तहत जिले में हुए कार्य का आंकलन कर जांच की जाए तो खुलासा हो जाएगा। जब इस मामले में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी अभियंता सुनील शुक्ला से पूछा गया तो साहब इतना गुस्सा हो गए न जाने हमने ऐसा क्या पूछ लिया
लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अफसर व ठेकेदार पर सटीक बैठती है। हमे पड़ताल में पता चला कि ठेकेदार के सिर पर किसी और का नहीं सीधे पीएचई के अधीक्षण अभियंता का हाथ है। उसके निर्माण कार्य की मानिटरिंग करने विभाग के जिम्मेदार तो जाते ही हैं, पर ठेकेदार की ओर से सारी देखरेख पीएचई के अधीक्षण अभियंता का इंजीनियर लड़का करता है।