कवर्धा 23 फरवरी 2023 :महिला एवं बाल विकास विभाग में संचालित मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना अंतर्गत जिले के बोड़ला विकासखंड के ग्राम झलमला में परिवारजनों एवं गणमान्य अतिथियों की मौजूदगी में 52 जोड़ों का विवाह सम्पन्न हुआ। बोड़ला जनपद अध्यक्ष श्रीमती अमिता प्रभाती मरकाम, श्री सुमरन कुमार धुर्वे, श्री प्रभाती मरकाम और ग्राम पंचायत झलमला के सरपंच श्री अमृत कुमार धुर्वे सहित जनप्रतिनिधि, गणमान्य नागरिकों ने नवदम्पत्तियों को सुखमय दाम्पत्य जीवन के लिए आशीर्वाद दिया। बैगा बहुल इलाके में अधिकतर जोड़े अनुसूचित जनजाति वर्ग से थे और वर वधु शासन की इस योजना से लाभान्वित होकर प्रसन्नता से अपने जीवनसाथी के साथ कार्यक्रम स्थल से विदा हुए।
इस अवसर पर अतिथियों ने कहा कि मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना गरीब परिवार की बेटियों के लिए एक सौगात है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की संवेदनशील सोंच है कि बेटियों का विवाह बिना किसी पारिवारिक खर्च के आसानी से हो। इसी सोंच के चलते उन्होंने योजना के अंतर्गत दिए जाने वाले राशि पन्द्रह हजार रूपए से बढ़ाकर पच्चीस हजार रूपए देने का निर्णय लिया। इससे मुख्यमंत्री कन्या विवाह का आयोजन बेहतर ढंग से हो रहा है। इस अवसर पर जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला बाल विकास विभाग श्री आनंद तिवारी, जिला महिला बाल विकास अधिकारी श्री सीएल भूआर्य, चिल्फी के परियोजना अधिकारी नमन देशमुख सहित जिले के सभी परियोजना अधिकारी तथा पर्यवेक्षक उपस्थित थे।
ढोल नगाड़े के साथ निकली दुल्हों की बारात
महिला बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री आनंद तिवारी ने बताया कि कार्यक्रम की शुरुआत चुलमाटी की रसम से की गई, ढोल नगाड़े के साथ बारात निकाली गई और विभागीय अधिकारी भी बारातियों के साथ नृत्य में शामिल हुए। सामाजिक रीति रिवाज के अनुसार दोषी द्वारा अन्य रस्मों को पूरा कराया गया। तत्पश्चात रीति-रिवाज से शादी की अन्य रस्में पूर्ण की गई और कार्यक्रम में जनप्रतिनिधियों द्वारा नव विवाहित जोड़ो को चेक वितरण किया गया।
परियोजना अधिकारी श्री नमन देशमुख ने बताया कि संपूर्ण परियोजना के विभिन्न गांव से जोड़ों को चिन्हांकित कर विवाह के लिए तैयार किया गया। उन्हें शासन द्वारा निर्धारित प्रति जोड़ा प्रदान किए जाने वाले उपहार राशि सहित चेक प्रदान कर विवाह कार्य संपन्न कराया गया। कन्या विवाह योजना अंतर्गत प्रति जोड़ा 25000 रूपए की राशि शासन द्वारा प्रदान की जाती है। उन्होंने बताया कि परियोजना अंतर्गत सर्वाधिक जोड़ें सेक्टर रेंगाखार से आए थे।
सभी जोड़ों के लिए तथा उनके साथ आए परिजनों के लिए खाने की व्यवस्था, यातायात की व्यवस्था, साथ ही अन्य विवाह में उपयुक्त सामग्रियों की व्यवस्था योजना अंतर्गत शासन द्वारा की गई थी। उन्होंने बताया कि परियोजना चिल्फी अंतर्गत प्रथम बार इतने अधिक जोड़ों का सामूहिक विवाह संपन्न हुआ। वनांचल क्षेत्र में इतने बड़े आयोजन से विभाग की कार्यशैली पर जनप्रतिनिधियों, क्षेत्रवासियों द्वारा प्रसन्नता जाहिर किया गया और आने वाले समय में आने वाले आयोजनों के लिए अग्रिम बधाई दी गई।