अनिल गुप्ता@दुर्ग। 30 और 31 मार्च की दरम्यानी रात दुर्ग के एक नवजात शिशु के लापता होने के बाद उसका शव नगपुरा तालाब से सुबह पुलिस के द्वारा बरामद किया गया था। जिसके बाद दुर्ग पुलिस ने जब अपनी विवेचना शुरू की। तब हैरान करने वाला पहलू सामने आया है। बच्चे की हत्या कोई और नहीं बल्कि उसकी मां के द्वारा किया गया था। जिसके कारण पुलिस ने कलयुगी हत्यारीन मां को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।
जानकारी के मुताबिक दुर्ग पुलिस द्वारा जारी किए गए इस सीसीटीवी फुटेज में साफतौर पर देखा जा सकता है। की एक महिला काली रंग की साड़ी में एक बच्चे को लेकर देर रात अकेली घूमती दिखाई दे रही है। ये फुटेज दुर्ग के नगपुरा क्षेत्र के एक मंदिर में लगे सीसीटीवी का है। जिसके आधार पर पुलिस पुख्ता तौर पर इस बात को साबित करती दिख रही है। की जिस तालाब से छ वर्ष के बच्चे के शव को बरामद किया था। उसकी हत्या कोई और नही, बल्कि उसकी मां के द्वारा की गई थी। दरअसल बच्चे के माता पिता द्वारा ही पुलिस को शिकायत की गई थी कि उनका बच्चा घटना की रात बिस्तर पर नहीं था। जिसके बाद जब पुलिस ने विवेचना शुरू की। तो बच्चे का शव तालाब से बरामद किया गया था। इसके बाद जांच में यह बात निकलकर सामने आई की बच्चे की मां मानसिक रोगी है। और उसका झाड़ फूंक पर विश्वास था। वह जादू टोने पर विश्वास करती थी। इसलिए घटना की रात वह काली साड़ी पहनकर निकली और अपने बच्चे को गांव के तालाब में जिंदा फेंक दिया था।
दुर्ग एसपी ने दूसरे दिन ही मीडिया को इस बात की जानकारी दी थी कि प्रथम दृष्टया मां ने ही बच्चे की हत्या की है। क्योंकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हो चुका है कि बच्चे की मां का दूध प्राप्त हुआ है। जो कि 1 से 2 दिन पूर्व का था। और जब उसने शिकायत दर्ज कराई थी। उस समय के अनुरूप न तो बच्चा रोया और न ही किसी ने उसकी आवाज सुनी थी। फिर उसके द्वारा पुलिस को दी गई सूचना पर कोई कैसे बच्चे का अपहरण कर लेगा। और अब सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस ने कलयुगी मां को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। और संभवतः कल दुर्ग वाली इस पूरे मामले में पत्रकार वार्ता लेकर इस बात को स्पष्ट करेंगे की ये पूरा मामला आखिरकार क्यों हुआ था।