बिलासपुर—पूर्व नगर विधायक शैलेष पाण्डेय ने प्रधानमंत्री आवास नहीं दिए जाने को लेकर शासन से सवाल किया है। पाण्डेय ने कहा कि सरकार को जवाब देना होगा कि आखिर ऐसी क्या वजह है कि तालापारा से विस्थापितों को अभी तक प्रधानमंत्री आवास क्यों नहीं दिया गया। आखिर कब तक विस्थापित लोग बद से बदतर और खाना बदोश की जिन्दगी जीने को मजबूर रहेंगे। पूर्व नगर विधायक ने ठेकेदार पर भी मनमानी का आरोप लगाया है।
पूर्व नगर विधायक शैलेष पाण्डेय ने तालापारा से विस्थापित लोगों को अभी तक मकान नहीं मिलने को लेकर नारजागी जाहिर किया है। शैलेष शासन से सवाल किया है कि क्या कोई साजिश है कि अभी तक विस्थापित गरीबों को मकान नहीं दिया गया है। क्या गरीबों को शहर से खदेड़ने का षड़यंत्र तो नहीं तैयार किया जा रहा है।
शैलेष पाण्डेय ने कहा कि कांग्रेेस के विरोध के बावजूद तालापारा में गरीबों के आशियाने को तोड़ा गया। मौके पर नया मकान दिए जाने की शर्त पर जमीन खाली कराया गया। परियोजना तैयार होने के बाद भी अभी तक खानाबदोश गरीबों को अपनी जमीन और मकान का इंतजार है। समय बीत जाने के बाद भी गरीब मकान के लिए चक्कर पर चक्कर लगा रहे हैं। शैलेष ने कहा कि समय बहुत बीत चुका है। बावजूद इसके तालापारा से विस्थापत लोगों को मकान देना तो दूर ठेकेदार ने अभी तक मकान बनाना शुरू भी नहीं किया है।
इसके चलते गरीबों के साथ उनके परिवार को खासी मसीबतों का सामना करना पड़ रहा है। बाल बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। लेकिन सरकार मौन साधकर बैठी है। जबकि चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री आवास के तहत भाजपा ने सभी गरीबों को मकान देने का वादा किया था। वादा अब झूठ होता नजर आ रहा है। साथ ही गरीबों में आक्रोश भी बढ़ता जा रहा है।
शैलेष ने बताया कि ठेकेदार ने मकान बनाना अभी शुरू नहीं किया। लेकिन उसने प्रोजेक्ट में पैसा जरूर बढ़वा लिया है। जबकि उसके खिलाफ समय पर मकान नहीं बनाए जाने की सूरत में जुर्माना लगाया जाना चाहिए। दूसरी तरफ विस्थापित गरीब परिवार फांके मस्ती को मजबूर है। लेकिन कांग्रेस पार्टी तालापारा की जनता के साथ सौतेला व्यवहार नहीं होने देगी।
इसके अलावा कांग्रेस नेता ने शहर में हो रही चाकूबाजी की घटना पर भी आक्रोश जाहिर किया है। उन्होने कानून व्यवस्था पर चिन्ता जाहिर करते हुए सवाल किया कि क्या भाजपा नेता बिलासपुर को चाकूबाजों का गढ़ बनाना चाहते हैं। कांग्रेस नेता रेड्डी अन्ना सट्टा पट्टी की घटना को बिलासपुर के लिए शर्मनाक बताया।