अनिल गुप्ता@दुर्ग। जिले के पुरई गांव में एक 15 साल की बच्ची ने तैराकी के क्षेत्र में एक विश्व कीर्तिमान रच दिया है। लगातर 8 घंटे तक पानी में तैरकर उसने नया रिकॉर्ड बनाया है। वर्ल्ड रिकॉर्ड के समय गोल्डन बुक ऑफ रिकॉर्ड के अधिकारी भी पूरे समय मौजूद रहे।इस कीर्तिमान की बकायदा वीडियो रिकॉर्डिंग भी की गई है।
दुर्ग का पुरई गांव आज विश्व पटल पर निखर कर सामने आ गया है। गांव की 15 वर्षीय चंद्रकला ओझा ने आज बुलंद हौसलों के साथ डोंगिया तालाब में पूरे 8 घंटे तक लगातार तैरकर विश्व रिकॉर्ड बना दिया है। सुबह 5 बजे वह तालाब में तैरने उतरी और 1 बजे तक लगातार तैरते रही। इस दौरान गांव के लोग तो इस कीर्तिमान की साक्षी बने ही। साथ गोल्डन बुक ऑफ रिकॉर्ड के तीन सदस्यीय अधिकारी भी पूरे समय मौजूद रहे। बकायदा इसकी वीडियो रिकॉर्डिंग की। चंद्रकला का उत्साहवर्धन करने के लिए प्रदेश के गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू भी मौके पर उपस्थित हुऐ।
रिकॉर्ड बनाने के बाद जैसे ही चंद्रकला तालाब से बाहर निकली। सभी ने तालियों के साथ उसका स्वागत किया। इसके बाद डॉक्टरों की टीम के द्वारा उसका सबसे पहले मेडिकल परीक्षण किया गया। चंद्रकला करीब 8 घंटे तालाब में रही। और 64 राऊंड तक तैरती रही। नया कीर्तिमान बनाने वाली चंद्रकला ओझा का कहना है, की उसे बहुत खुशी है, की तैराकी के क्षेत्र में उसके द्वारा वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया गया है। इस संभव कार्य में उसके मातापिता के गांव के लोगो सहित गृहमंत्री का भरपूर सहयोग और आशीर्वाद मिला है।
भेंट मुलाकात में खेल एकेडमी की घोषणा
वही गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने भी चंद्रकला की प्रशंसा करते हुऐ कहा है, की पुरई गांव में करीब 160 बच्चे खोखो कबड्डी और तैराकी के क्षेत्र में काफी अच्छा प्रदर्शन कर रहे है। जिसको लेकर उन्होंने खेल
एकेडमी की मांग की थी। मुख्यमंत्री ने भेंट मुलाकात में इसकी घोषणा भी कर दी है। जल्द ही बजट पास करवा कर यहां सुविधाओ का विस्तार किया जायेगा। ताकि खिलाड़ियों को रुकने की भोजन की और बेहतर प्रशिक्षण की व्यवस्था खिलाड़ियों को मिल पाए।
चंद्रलेखा को अब फाइनल सर्टिफिकेट
रिकॉर्ड कायम होने के बाद,गोल्डन बुक ऑफ रिकॉर्ड के एशिया हेड मनीष विश्नोई का कहना है, की बिना ब्रेक के आठ घंटे पानी में लगातार तैरने का रिकार्ड किसी भी आयु वर्ग में अब तक नहीं था। लेकिन चंद्रकला ओझा ने इसे कर दिखाया है। यह अनूठा रिकॉर्ड है। इसके बाद चंद्रलेखा को अब फाइनल सर्टिफिकेट दिया जायेगा। उसका यह रिकॉर्ड अब बुक में दर्ज किया जायेगा। ताकि जब भी दुनिया में कोई भी स्विमिंग का रिकॉर्ड सर्च करेगा, तो चंद्रलेखा का नाम सबसे ऊपर दिखाई देगा। दुर्ग का पुरई गांव खेल और बेहतर खिलाड़ियों की वजह से कई बार प्रकाश में आ चुका है। खो खो कबड्डी और तैराकी के साथ अन्य खिलाड़ियों ने राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर दुर्ग का नाम रोशन किया है। लेकिन चंद्रकला के द्वारा इस अनूठे रिकॉर्ड के कारण अब विश्व स्तर पर पुरई गांव का नाम अंकित हो गया है