नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आज केंद्र की मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला । उन्होंने कहा कि देश में बढ़ती महंगाई और बेरोजगारी के लिए जिम्मेदार केंद्र की मोदी सरकार अपनी नाकामी को छुपाने के लिए विपक्षी दलों के खिलाफ दमनकारी नीति अपना कर उनकी आवाज को दबाना चाहती है।
उन्होंने कहा कि केंद्र पिछले आठ वर्ष में सत्ता चुनिंदा राजनेताओं और व्यापारिक व्यक्तियों में हाथों में केंद्रित हो गई है, जिससे भारत के लोकतंत्र व संस्थाएं कमजोर हो रही हैं। उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि संवैधानिक मूल्यों व सिद्धांतों पर हमला किया जा रहा है और चुनावी लाभ के लिए मतदाताओं का ध्रुवीकरण करने को लेकर सामाजिक सद्भाव के बंधन को जानबूझकर तोड़ा जा रहा है। कांग्रेस प्रमुख ने कहा कि पहले स्वतंत्र रहीं संस्थाएं अब कार्यपालिका का औजार बनकर रह गई हैं, जो पक्षपातपूर्ण तरीके से काम कर रही हैं।
उन्होंने कहा कि परिणामस्वरूप, चुनावी चंदे और उद्योगपतियों से सांठगांठ के जरिए अर्जित धन के बल पर चुनाव परिणामों को विकृत किया जा रहा है। सरकारी एजेंसियां सरकार का विरोध करने वाले किसी भी राजनीतिक दल के पीछे लग जाती हैं। गांधी का लेख कन्याकुमारी से कश्मीर तक निकाली जा रही कांग्रेस की महत्वाकांक्षी भारत जोड़ो यात्रा’ के बीच आया है। यात्रा का उद्देश्य देश में कथित विभाजन का मुकाबला करना और पार्टी संगठन को फिर से जीवंत करना है।