बिलासपुर। सिविल लाइन पुलिस ने पिछले दिनों हुई एक मकान से 20 हजार रुपए और दो सोने के हार की चोरी के रिपोर्ट दर्ज की थी, मगर जब पुलिस ने इस वारदात में शामिल गिरोह को पकड़ा और माल बरामद किया तो पुलिस की आंखें फटी की फटी रह गई, क्योंकि चोरों के पास से करीब 45 लाख रूपए के कैश और गहने मिले। इस मामले में चोरों ने ही नहीं बल्कि पीड़ित ने भी पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की।
बिलासपुर शहर के सिविल लाइन क्षेत्र में अभिषेक नगर फेस 1 में रहने वाली सरोजनी साहू पति तुलसीराम गृहिणी हैं, उन्होंने थाने में शिकायत दर्ज कराते हुए बताया था कि, रविवार की सुबह वे अपने परिवार के साथ वाटरपार्क गई हुई थीं. कुछ ही देर बाद उनके पड़ोसी ने फोन पर सूचना दी कि उनके घर में चोरी हो गई है। वे तुरंत परिवार के साथ वापस घर लौटीं। वापस आने पर घर का ताला टूटा मिला और घर का सारा सामान बिखरा हुआ था। पीड़िता के मुताबिक घर से नगदी रकम 20 हजार रुपए व सोने के कुछ जेवर गायब थे, जिसकी रिपोर्ट उसने दर्ज कराई।
इस चोरी की जांचर पुलिस ने शुरू की तो उसमें 3 संदिग्ध CCTV फुटेज में नजर आये, जिन्हे पकड़कर पूछताछ की गई तब इनके पास से 45 लाख रुपए नगदी के अलावा गहने और कैश मिले। पुलिस को लगा कि इन चोरों ने कहीं और भी चोरी की होगी, मगर इस गिरोह ने बताया कि सारा माल उन्होंने सरोजनी साहू के मकान से ही चुराया है। ऐसे में पुलिस चौंक गई क्योंकि सरोजनी साहू ने मकान से केवल 20 रूपये और सोने के जेवर गायब होने की FIR दर्ज कराई थी।
चोरी का भारी-भरकम माल बरामद होने के बाद पुलिस ने प्रार्थी को बुलाया, तब प्रार्थी ने पुलिस से कहा कि आरोपियों से जो गहने और नगदी बरामद हुए हैं वे उसके नहीं है। बताया जाता है कि पीड़िता ने पुलिस को यह ऑफर भी दिया कि आरोपी के पास से जो नगदी और गहने मिले हैं वो SHOW न किया जाए और इसके एवज में पुलिस चाहे तो आधे गहने और कैश रख ले।
इस दौरान पुलिस ने प्रार्थी को और टटोला और पूछा कि कुल कैश और गहने कितनों के थे। इसके बाद फिल्मी स्टाइल में कहानी शुरू होती है। प्रार्थी ने बताया कि चोरी करीब 65 से 70 लाख रुपयों के कैश और ज्वेलरी की हुई थी। ये सुनकर पुलिस का माथा और चकरा गया, क्योंकि आरोपियों के पास से केवल 45 लाख रुपए के कैश और गहने मिले थे। बाकी का माल कहां गया ?
पुलिस ने फिर से आरोपियों से इस मामले में सख्ती से पूछताछ की तो पता चला कि ये चोर तो केवल डमी थे। इस खेल के मास्टर माइंड दो और लोग हैं, जो फरार हो गए हैं। इन्होने ये प्लान बनाया कि घर से माल साफ करेंगे और संभवतः पैसा दो नंबर का है, इसलिए यदि वे पकड़ में आते भी हैं तो उन्हें 45 लाख रुपए पुलिस को जब्त करने देने है और बाकी के 20-25 लाख रुपए की जानकारी तो वैसे भी प्रार्थी पुलिस को देगी नहीं।
इस मामले में पकड़े गए 3 प्रमुख आरोपियों से पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की, क्योंकि यही तीनों CCTV फुटेज में बैग में सामान ले जाते हुए नजर आये थे।
तीनो आरोपियो ने जो बताया उससे पुलिस का माथा भी घूम गया। तीनों ने जानकारी दी कि ग्राम नगपुरा का शिवदीप तिवारी हमारे पास आया और बोला कि तुम तीनो लोगो को चोरी का आरोपी बनना है, जिसके एवज में तुम लोगो को एक-एक लाख रूपये दूंगा और तुमको कोर्ट से छुडवाने का खर्चा मैं करूंगा, कहने पर तीनो आरोपी पैसे के लालच में आ गए। फिर शिवदीप तिवारी द्वारा एक बैग में नगदी पैसा और सोने चांदी तथा घटना में प्रयुक्त मोटर सायकल को देकर आसपास क्षेत्र मे घूमने के लिये भेज दिया गया।
पुलिस द्वारा इस मामले में मास्टर माईंड शिवदीप तिवारी की खोजबीन की गई जिसे ग्राम नगपुरा से हिरासत में लेकर बारीकी एवं कडाई से पूछताछ किया गया। इस दौरान शिवदीप तिवारी टूट गया और बताया कि प्रार्थीया सरोजनी साहू की सगी बहन रूकमणी साहू निवासी लखराम ने उसे बताया कि उसकी बहन सरोजनी साहू वन विभाग में ठेकेदारी का काम करती है, जो अनाप-शनाप पैसा कमाकर अपनेे घर में बहुत बड़ी रकम एवं सोने चांदी के आभूषण रखी है। जिसे चोरी करने का प्लान बनाते है।
प्लान के मुताबिक रूकमणी साहू के घर में शिवदीप तिवारी, शिव साहू,गोलू कश्यप,गजेन्द्र कश्यप सभी लोग वारदात को अंजाम देने के लिये मीटिंग की और उसके बाद दिनांक 21.05.2023 को रूकमणी साहू अपनी बहन प्रार्थीया सरोजनी साहू के साथ बबल्स वाटर पार्क घुमने का प्लान कर वहां चले गये।
इसके बाद शिवदीप तिवारी अपने साथी समेस कश्यप से बुलेट मोटर सायकल मांगकर तीनो आरोपी के साथ अभिषेक नगर पहुचे एवं प्रार्थीया एवं उनके परिवार वालो के बबल्स वाटर पार्क जाने के 5 से 10 मिनट के अंदर ही आरोपी शिवदीप तिवारी,गोलू कश्यप व गजेन्द्र कश्यप के द्वारा एक नीले रंग के बिना नंबर के बुलेट मोटर सायकल में नकाबकोश होकर घटना स्थल पहुचे और पानी पीने के बहाने दरवाजा खुलवाकर घर अंदर घुसे घर में केवल दो बुजुर्ग महिलाएं थी, जिनका मुह बंद कर उपर के कमरे मे बंद कर दिया और नीचे के कमरे के आलमारी का ताला तोडकर आलमारी में रखे नगदी रकम एवं सोने चांदी के आभूषणों की चोरी कर ली।
घर पर रखे बेनामी रकम और जेवरातों की चोरी और उसकी बरामदगी के बाद प्रार्थिया भी संदेह के घेरे मे आ गई है। SP संतोष कुमार सिंह ने बताया कि प्रार्थिया सरोजनी साहू का पति PWD में काम करता है। और वह खुद वन विभाग में कुछ काम करती है, आशंका है कि यह रकम किसी बड़े ठेकेदार या व्यापारी की होगी।
पुलिस ने इस मामले की जानकारी आयकर विभाग को दे दी है, जिसके बाद विभाग के अधिकारी संबंधित महिला से आय के श्रोत के बारे पूछताछ कर रहे हैं। SP ने यह भी बताया कि एक और आरोपी फरार है जिनके पास अन्य नगदी एवं सोने चांदी के आभुषण भी बरामद होने की संभावना है।
पुलिस ने वारदात में शामिल जिन आरोपियों को गिरफ्तार किया है, उनके नाम इस प्रकार हैं :
रूकमणी साहू पति रामलाल साहू उम्र 50 साल निवासी ग्राम लखराम थाना रतनपुर
शिवदीप तिवारी पिता ओंकार प्रसाद तिवारी उम्र 29 साल निवासी ग्राम नगपुरा थाना रतनपुर
सूरज विश्वकर्मा पिता रामाधार विश्वकर्मा उम्र 22 साल निवासी ग्राम गिधौरी थाना रतनपुर
विशु श्रीवास पिता राजकुमार श्रीवासी उम्र 20 साल निवासी गायत्री मंदिर के पास सरकण्डा थाना सरकण्डा
किशोरी लाल बंजार पिता जोहन लाल बंजोर उम्र 25 साल निवासी ग्राम गिधौरी थाना रतनपुर
गजेन्द्र कश्यप पिता दिनेश कश्यप उम्र 30 साल निवासी ग्राम गिधौरी थाना रतनपुर
समेस कश्यप पिता संतोष कश्यप उम्र 26 साल निवासी ग्राम नेवसा थाना रतनपुर
सुनिए, वारदात का खुलासा करते हुए SP संतोष कुमार ने क्या कहा :
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