गयानाथ@कोरबा। जंगली सूअर का शिकार करने के लिए रखे गए बम की चपेट में पहाड़ी कोरवा समुदाय का एक बालक आ गया। इस घटना में मौके पर ही उसकी मौत हो गई। बाद में मृतक का शव पोस्टमार्टम के लिए कोरबा लाया गया। पुलिस ने इस मामले में मर्ग कायम किया है और आगे जांच करने की बात कही है।
कोरबा जिला मुख्यालय से लगभग 30 किलोमीटर दूर अजगरबहार ग्राम पंचायत के डोंगाभाटा गांव के जंगल में यह घटना सुबह के समय हुई। इस गांव के निवासी बिहानुराम की दर्दनाक मौत हो गई। 7 वर्षीय बालक अपने मित्र रामप्रसाद के साथ महुआ बीनने के लिए पास के जंगल गया हुआ था। लौटने के दौरान एक जगह अजीब सी चीज दिखाई देने पर उसे कौतूहलवश उठा लिया। और इसके बाद ही उसका चेहरा और सिर फट गया।
बालक के नाना बिरन ने बताया कि जंगली सूअर का शिकार करने वालों के चक्कर में यह घटना हुई है, जो दुपहिया और चार पहिया वाहन से यहां पहुंचने के साथ आसपास में बम रख देते हैं। जंगल में धमाके की आवाज सुनने पर हमने समझा कि गांव में कहीं गाना बज रहा होगा। कुछ देर के बाद जानकारी मिली की दुखद घटना हुई है।
डोंगाभाटा गांव के जंगल में हुई घटना की खबर जल्द ही आसपास में फैल गई और काफी संख्या में लोग उस इलाके की तरफ पहुंचे। इस बारे में बाल को लेकर पुलिस और स्वास्थ्य विभाग को सूचना दी गई। इसके बाद एंबुलेंस के जरिए मृत बालक का शव और सूअर मारने के लिए रखे गए बम के अवशेष भी अपने साथ लेकर कोरबा पहुंचे।