जब किसी चिंता या तनाव के चलते एकदम से घबराहट होने लगती है। नींद उड़ जाती है, शरीर पसीने से भीग जाता है या ऐसे ही कुछ अजीबों-गरीब रिएक्ट बॉडी करती है, तो उसे एंग्जायटी कहा जाता है। एंजायटी अटैक एकदम से होता है, इसमें व्यक्ति को किसी बात को लेकर बहुत ज्यादा टेंशन होने लगती है या डर लगने लगता है। एंजायटी अटैक का ट्रिगर मन में किसी चीज़ के प्रति डर है। जो किसी भी चीज़ को लेकर हो सकता है। फिर चाहे वो स्कूल, कॉलेज का पहला दिन हो या नौकरी के लिए इंटरव्यू। जरूरत से ज्यादा सेल्फ कॉन्शस होना और सोशल सिचुएशन का डर भी इस अटैक की वजह बन सकता है।
एंग्जायटी की वजहें
किसी बात को लेकर बहुत ज्यादा सोचना एंग्जायटी है। काम का प्रेशर, फाइनेंशियल प्रॉब्लम, फैमिली या रिलेशनशिप की प्रॉब्लम्स, तलाक, सेपरेशन, हेल्थ प्रॉब्लम्स, नई जगह शिफ्ट होने जैसी कई समस्याएं एंग्जायटी की वजह हो सकती हैं।
एंग्जायटी के लक्षण
नींद न आना
भूख की कमी
चिड़चिड़ापन
सिरदर्द
धड़कन तेज हो जाना
उल्टी या मतली
चक्कर आना
ज्यादा पसीना आना
फोकस करने में दिक्कत
इस प्रकार से करें मैनेज
एंग्जायटी दूर करने के लिए सबसे पहले इसके लक्षणों को पहचानना जरूरी है। जिसके बाद ही इसे मैनेज करना संभव है।अपनी पसंद की चीज़ों में वक्त बिताएं। इसके अलावा योग, मेडिटेशन काफी हद तक एंग्जायटी से निपटने में मददगार है। इतना करने के बाद भी अगर आपको अपने में सुधार नजर नहीं आ रहा तो डॉक्टर से सहायता लेने में बिल्कुल न हिचकिचाएं क्योंकि समय रहते अगर इसे कंट्रोल नहीं किया गया तो ये आपकी सेहत को बुरी तरह से प्रभावित कर सकता है। इन सारी एक्टिविटीज़ के अलावा अपनी डाइट पर भी ध्यान दें। हेल्दी चीज़ें खाएं। परिवार, दोस्तों के साथ ज्यादा वक्त बिताएं। जिन भी चीज़ों को लेकर बहुत ज्यादा टेंशन होती है उसके बारे में बहुत ज्यादा न सोचें।
Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें किसी पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।