नई दिल्ली। भारतीय वायुसेना में सार्जेट के रूप में कार्यरत एक व्यक्ति ने मुंबई जाने वाली राजधानी एक्सप्रेस को रुकवाने के लिए पुलिस कंट्रोल रूम को कॉल कर ट्रेन में बम होने की झूठी बात कही, ताकि देर हो जाने के बावजूद ट्रेन पकड़ सके। पुलिस ने यह जानकारी दी । एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि शाम करीब 4.48 बजे एक कॉल आई. फोन करने वाले ने कहा कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से मुंबई जाने वाली नई दिल्ली-मुंबई राजधानी एक्सप्रेस में बम है।
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अधिकारी ने कहा कि तुरंत कॉल कर रेलवे अधिकारियों को सूचित किया गया और ट्रेन के निर्धारित प्रस्थान को रोकने के लिए कहा गया । फौरन एक पुलिस टीम प्लेटफॉर्म नंबर 3 पर भेजी गई, जहां ट्रेन खड़ी थी । बम निरोधक दस्ते की भी मांग की गई । रेलवे सुरक्षा बल भी ऑपरेशन में शामिल हो गया । अधिकारी ने कहा कि पीसीआर को कॉल करने वाले के नंबर पर बाद में कोई कॉल उस तक नहीं पहुंच पाई । मोबाइल नंबर भिवानी (हरियाणा) के छपार गांव निवासी आनंद कुमार के नाम से पंजीकृत पाया गया।
अधिकारी ने कहा कि हमें उसी पते पर एक वैकल्पिक नंबर मिला और उससे संपर्क किया गया । आनंद नाम के एक व्यक्ति ने फोन कॉल का जवाब दिया, और कहा कि इस मोबाइल नंबर का मालिक सुनील सांगवान उसका छोटा भाई है, जो भारतीय वायुसेना में सार्जेट है । सांगवान को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर ट्रेन में सवार होना था, लेकिन पहुंचने में देर हो गई । उसने ट्रेन को रुकवाने के लिए पीसीआर को फोन कर झूठी बात कही।
पुलिस को पता चला कि सांगवान भी आदतन शराबी है। आनंद को सांगवान की तस्वीर उपलब्ध कराने के लिए कहा गया. अधिकारी ने कहा, उसका पता लगाने के लिए पुलिस और आरपीएफ कर्मचारियों के बीच तस्वीर प्रसारित की गई थी । सुनील के नाम से बुकिंग करने वाले यात्रियों का पता लगाने के लिए बुकिंग चार्ट को स्कैन किया गया । उसमें दर्ज जानकारी के आधार पर सांगवान का पता लगाया गया । सांगवान की पहचान उसके एयरफोर्स आईडी कार्ड से हुई थी ।
जिस फोन से उसने पीसीआर कॉल की थी, वह बरामद कर लिया गया है. उसने खुलासा किया कि उसे ट्रेन के लिए देर हो रही थी, क्योंकि उसे अपनी पोस्टिंग के स्थान सांताक्रूज, मुंबई में जाना था । इसके बाद उन्हें हिरासत में लिया गया । वह 27 सितंबर, 2006 को वायुसेना में एक एयरमैन के रूप में शामिल हुआ था । अधिकारी ने कहा कि उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है ।