रायपुर। त्यौहारों और पूजा के मौके पर ट्रेनों में भीड़ बढ़ जाती है, और इसी का फायदा टिकट आरक्षण करने वाले दलाल उठाते हैं। IRCTC से अधिकृत टिकट एजेंटों के अलावा ऐसे भी दलाल सक्रिय हो जाते हैं, जो अपनी पर्सनल आईडी बनाकर टिकट आरक्षण कर अपने ग्राहकों को अनाप-शनाप कीमत पर देते हैं। ऐसे लोगों के खिलाफ कार्यवाही के लिए दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे बिलासपुर जोन के मंडलों में दो दिनों का व्यापक अभियान चलाया गया। इस दौरान बड़ी संख्या में टिकट दलाल पकड़े गए और उनके द्वारा आरक्षित किये गए टिकटों को जब्त करते हुए निरस्त कर दिया गया।
आरपीएफ के मंडल सुरक्षा आयुक्त संजय गुप्ता ने बताया कि टिकट दलालों के खिलाफ तीनों मंडलों बिलासपुर, रायपुर तथा नागपुर में 14 और 15 अक्टूबर को विशेष अभियान चलाया गया। इस दौरान 96 टिकट दलालों को गिरफ्तार किया गया। इन दलालों द्वारा अवैध रूप से खरीदे गए लगभग 2000 से अधिक टिकटों को जब्त भी किया गया ।
मंडल सुरक्षा आयुक्त संजय गुप्ता ने TRP न्यूज़ को बताया कि
रेलवे सुरक्षा बल की मंडल इकाइयों ने मुख्यालय के दिशा निर्देश में डिजिटल और साइबर से जानकारी इकट्ठा की। उन्होंने बताया कि हमें रेलवे के एप्प के माध्यम से समय-समय पर संदिग्ध टिकट दलालों की जानकारी मिलती रहती है। ज्यादातर दलाल प्राइवेट आईडी बनाकर गलत तरीके से टिकट रिजर्वेशन करते हैं। वही IRCTC के अधिकृत टिकट एजेंट भी अलग से आईडी बनाकर अवैध तरीके से टिकट आरक्षण करते हैं। ऐसे लोगों को चिन्हित करके रेलवे के साइबर सेल के माध्यम से उनको ट्रेस करते हैं।
अलग-अलग शहरों में फैले टिकट दलालों की तकनिकी तौर पर जानकारी एकत्र करने के बाद उनके इलाके में जाकर रेकी की जाती है, साथ ही ऐसे दलालों के पास ग्राहक बनाकर भी भेजा जाता है। पुष्टि होने के बाद छापेमारी की जाती है। RPF ने पिछले कुछ दिनों से इस कार्रवाई की तैयारी की और 14-15 अक्टूबर को अभियान चलाकर बिलासपुर, रायपुर तथा नागपुर मंडल में एक साथ छापेमारी की। इस दौरान 96 टिकट दलालों को गिरफ्तार किया गया। कार्रवाई के समय दलालों से कंप्यूटर सहित अन्य सामग्रियां भी जब्त की गईं। इस कार्रवाई में IRCTC के कुछ अधिकृत दलाल भी पकड़े गए जो अलग से आईडी बनाकर टिकट रिजर्वेशन कर रहे थे।
संजय गुप्ता ने बताया कि जब्त कम्प्यूटरों की जांच के दौरान अभी तक 2 हजार अवैध टिकट जब्त किये गए, जिसमे एडवांस टिकट भी शामिल हैं, इनका मूल्य 53 लाख रुपये से अधिक है। इन रेलवे टिकटों को बरामद कर रद्द कर दिया गया है, ताकि ये सीटें सही मायने में हकदार रेलवे यात्रियों को उपलब्ध हो।
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे प्रबंधन ने आम जनता और यात्रियों को सलाह दी है कि वे अनाधिकृत व्यक्तियों से टिकट न खरीदें। क्योंकि यह न केवल एक बार पता चलने के बाद रद्द हो सकता है, बल्कि टिकट लेने वाले को कानूनी परेशानी में भी डाल सकता है।
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