धनबाद। बिहार के धनबाद जिले के बलियापुर प्रखंड के हुचकटांड़ गांव धार्मिक आयोजन के दौरान मेले में कई तरह के स्टाल लगाए गए थे जिसमें गोलगप्पे भी थे। गोलगप्पे के स्टाल से सैकड़ों लोगों ने गोलगप्पे खाए। गोलगप्पे खाने वालों की देर रात तबीयत बिगड़ने लगी जिससे हड़कंप मच गया। सूचना पर पहुंची डाक्टरों की टीम ने जांच की तो पता चला कि गोलगप्पे खाने वाले फूड पाइजिनिंग के शिकार हो गए हैं।
उल्टी दस्त की शिकायत के बाद सैकड़ों पीड़ितों को एसएनएमएमसीएच और शहर के अन्य अस्पतालों में इलाज कराने के लए भर्ती कराया गया। बड़ी संख्या में मरीजों के आने के बाद एसएनएमएमसीएच प्रबंधन ने जूनियर रेजिडेंट और मेडिकल स्टूडेंट के साथ पारा मेडिकल स्टाफ को मरीजों के इलाज में लगा दिया। इधर इतनी बड़ी संख्या में लोगों के फूड प्वाइजनिंग का शिकार होने की खबर पाकर जिला प्रशासन ने भी त्वरित कार्रवाई की। जिले के उपायुक्त ने बलियापुर के सीओ रामप्रवेश को अस्पताल में भेजा।
उन्होंने अस्पताल प्रबंधन से बीमार लोगों के बारे में बात की और उनका बेहतर से बेहतर इलाज करने को कहा। हालांकि इलाज के बाद मरीजों की स्थिति में सुधार है। घटना के संबंध में हुचुक टांड़ गांव के लोगों ने बताया कि बुधवार को गांव में भोक्ता मेला लगा था। मेले में करमाटांड़ के साथ आसपास के कई पंचायतों के ग्रामीण जुटे थे। मेले में शाम चार से छह बजे के बीच बड़ी संख्या में महिला-पुरुष और बच्चों ने एक ठेले पर चाट और फुचका खाया था। शाम होते ही लोगों की तबीयत खराब होने लगी। रात नौ बजे के करीब पहला मरीज एसएनएमएमसीएच में इलाज कराने को पहुंचा। फिर लगभग 150 मरीज इलाज के लिए पहुंचे। इसके अलावा भी कई मरीजों ने निजी अस्पतालों में इलाज कराया।