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नरेन्द्र मोदीः धुव्रतारे का जमीन पर उतरना- डा.एम.पी.सिंह

  (जन्मदिन 17 सितम्बर पर विशेष)

2002 से गुजरात के राजनैतिक क्षेत्र में एक सितारे का उदय हो चुका था। इससे पहले किसी को नहीं पता था कि ये व्यक्ति इतनी ऊंचाई तक पहुंचेगा कि एक दिन पूरे देश को दिशा देगा और पूरे विश्व का सर्वाधिक लोकप्रिय नेता बनेगा तथा दुनिया की महाशक्तियां अपने मसले सुलझाने के लिए उससे मध्यस्थता का आग्रह करेंगी। इस सितारे का नाम है नरेंद्र दामोदरदास मोदी। गांधी और पटेल की माटी में पैदा हुए इस व्यक्ति से मेरी पहली मुलाकात एकता यात्रा के समय हुई थी, जब भाजपा के तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ मुरली मनोहर जोशी के नेतृत्व में यह यात्रा सुल्तानपुर आयी थी। उस यात्रा के संयोजक नरेन्द्र मोदी जी ही थे। मैं उस समय जिलाध्यक्ष था और मैंने एकता यात्रा की स्मारिका उन्हें भेंट की थी। उनकी गाड़ी में (रथ में) जितने लोग साथ चल रहे थे, उनके लिए भोजन के पैकेट भी दिए थे। फिर हम एकता यात्रा में ही जम्मू में 24 जनवरी 1992 में मिले। जम्मू में आयोजित विशाल जनसभा की व्यवस्था उन्हीं की देख रेख में थी। यात्रा के समापन के बाद बीच बीच में कई अवसरों पर, बैठकों में, सभाओं में या अन्य कार्यक्रमों में उन्हें सुनने का अवसर मिलता रहा और मिलने का भी।

मोदी जी पहले से ही लोकप्रिय हो चुके थे, जब वे गुजरात के मुख्यमंत्री थे। गुजरात में मुख्यमंत्री के रूप में विकास का जो मॉडल उन्होंने दिया, उसकी चर्चा और प्रशंसा तो पूरी दुनिया में थी ही, पर जब उन्हें हमारी पार्टी ने प्रधानमंत्री के रूप में घोषित किया तो उनकी लोकप्रियता सबके सर चढ़ कर बोलने लगी। 2014 के पूरे चुनाव में सबसे अधिक सभाएँ उन्हीं की हुईं । हर लोकसभा का प्रत्याशी चाहता था कि एक सभा उसके क्षेत्र में अवश्य हो।

प्रारंभ से ही मोदी जी ने गंभीरता से 2 महापुरुषों के विचार और कार्य को आगे बढ़ाने का प्रयास किया और न सिर्फ प्रयास किया पर उसे पूरा भी किया। भारतीय जनसंघ, भारतीय जनता पार्टी के संस्थापक अध्यक्ष डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने कश्मीर को पूरी तरह इस देश में मिलाने के लिए अपनी आहुति दे दी थी। मोदी जी दृढ़ संकल्पित थे कि जो धारा कश्मीर को इस देश से अलग करती है, उस धारा को समाप्त करना ही डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी। धारा 370 समाप्त करके मोदी सरकार ने यह दिखा दिया कि कोई कार्य असंभव नहीं है। पंडित दीनदयाल उपाध्याय का एकात्म मानववाद हमारा मूल दर्शन है। इस मूल दर्शन में अंतिम व्यक्ति के विकास के बिना आगे का विकास संभव नहीं है। इस दिशा में भी मोदी जी ने कई सारे कार्य किए। वंचितों के लिए, निर्धनों के लिए, पीड़ितों के लिए, अस्वस्थ के लिए और उस अंतिम व्यक्ति के लिए जहां तक विकास की रोशनी अब तक नहीं पहुंची थी, वहां तक पहुंचाने की कोशिश की गई और उसमें बहुत सीमा तक सफलता मिली। आज भी यह योजनाएं सुचारू रूप से चल रही हैं।

2002 में गोधरा कांड के बाद से लगातार मुख्यमंत्री रहते हुए भी नरेंद्र मोदी जी को परेशान किया जाता रहा। अनेक मुकदमों का सामना उन्हें करना पड़ा। विशेष रुप से 2005 से लेकर 2014 तक केंद्र की कांग्रेस सरकार ने उन्हें अनेक प्रकार से प्रताड़ित किया। उनसे केंद्र की एजेंसियों ने लगातार आठ-आठ घंटे की पूछताछ की, पर उन्होंने डटकर सामना किया और अंततः अभी हाल ही में पूरी तरह से भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने उन्हें निर्दोष घोषित किया। इस के विपरीत इस बीच अनेक अंतर्राष्ट्रीय संस्थानों, संस्थाओं और राष्ट्रों ने उन्हें अपने सर्वोच्च सम्मान से सम्मानित किया। 2012 और 2014 में दुनिया की मशहूर पत्रिका टाइम मैगजीन ने अपने कवर पर उनकी फोटो छापी। 2014 में ही सीएनएन-आईबीएन ने उन्हें इंडियन ऑफ द ईयर घोषित किया। 2015 में फिर टाइम मैगज़ीन ने अपने कवर पर उन्हें स्थान दिया। इस पत्रिका ने विश्व के 100 प्रभावशाली लोगों की सूची में मोदी जी को 2014, 2015,2017, 2020 और 2021 में सम्मानपूर्वक रखा। फोर्ब ने भी अपनी सूची में उन्हें कई बार टॉप 10 में रखा।

इनकी क्षमता और कार्यों को देख कर कई देशों ने अपने सर्वोच्च नागरिक सम्मान से इन्हें विभूषित किया। ‘ऑर्डर ऑफ अब्दुलअज़ीज़ अल सऊद’ नाम का नागरिक सम्मान सऊदी अरेबिया ने इन्हें 3 अप्रैल 2016 को दिया। अफगानिस्तान ने ‘स्टेट आर्डर ऑफ गाजी अमानुल्लाह खान’ पुरस्कार 4 जून 2016 को प्रदान किया। इन्हें फिलीस्तीन ने भी अपने सर्वोच्च सम्मान से नवाजा, जिसे ‘ग्रैंड कॉलर ऑफ द स्टेट ऑफ पैलेस्टाइन’ कहते हैं। यह सम्मान उन्हें 10 फरवरी 2018 को दिया गया। यूनाइटेड अरब अमीरात ने 4 अप्रैल 2019 को इन्हें ‘ऑर्डर ऑफ ज़ायेद’ से पुरस्कृत किया। रूस ने इन्हें 12 अप्रैल 2019 को अपने यहां के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘ऑर्डर ऑफ सैंट एंड्रयू’ से सम्मानित किया। मालदीव ने उन्हें 8 जून 2019 को ‘ऑर्डर ऑफ द डिस्टिंग्विश्ड रूल आफ निशान इज़्ज़उद्दीन’ से सम्मानित किया। ‘किंग हमद ऑर्डर ऑफ द रेनेसां’ से उन्हें बहरीन ने 24 अगस्त 2019 को सम्मानित किया। संयुक्त राज्य अमेरिका ने उन्हें ‘लीजन ऑफ मेरिट’ से 21 दिसंबर 2020 को सम्मानित किया। भूटान ने इन्हें 17 दिसंबर 2021 को अपने सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘ऑर्डर ऑफ द ड्रैगन किंग’ से सम्मानित किया। इसके अतिरिक्त ‘बिल एंड मिलिंडा गेट्स फाउंडेशन’ ने उन्हें स्वच्छ भारत अभियान के लिए ‘ग्लोबल गोलकीपर’ पुरस्कार से सिंतबर 2019 में सम्मानित किया।

अक्टूबर 2018 में संयुक्त राष्ट्र संघ ने मोदी जी को ‘चैंपियंस ऑफ द अर्थ’ नामक पर्यावरण के सर्वोच्च पुरस्कार से सम्मानित किया। ‘कैम्ब्रिज एनर्जी रिसर्च एसोसिएट्स’ (CERA) द्वारा 2021 में उन्हें ‘ग्लोबल एनर्जी एंड एनवायरनमेंट लीडरशिप’ पुरस्कार से सम्मानित किया गया। यह भविष्य के वैश्विक ऊर्जा और पर्यावरण संरक्षण के लिए दिया जाता है।पापुआ न्यू गिनी और फिजी ने हाल ही में अपने सर्वोच्च सम्मान से नवाजा है। फिजी ने अपने देश के सम्मान ‘कम्पेनियन ऑफ द ऑर्डर ऑफ फिजी’ और पापुआ न्यू गिनी ने ‘द ग्रैंड कम्पेनियन ऑफ द ऑर्डर ऑफ लोगोहु’ से सम्मानित किया है.

संयुक्त राज्य अमेरिका की संस्था ‘मॉर्निंग कंसल्ट’ ने उन्हें नवंबर 2022 में 77% रेटिंग के साथ विश्व का सर्वाधिक लोकप्रिय नेता घोषित किया। विगत 3 वर्षों से लगातार मोदी जी विश्व के सर्वाधिक लोकप्रिय नेता बने हुए हैं। इसी वर्ष 2023 में एक बार फिर 78% रेटिंग के साथ मोदी सबको पछाड़कर शीर्ष पर हैं।अभी हाल ही में फ्रांस का सर्वोच्च नागरिक सम्मान “grand cross of the legen of honour” और मिश्र का “Order of nile” मिला।

किसी गरीब को क्या चाहिए। सर पर छत हो, उसमें रोशनी हो, दो रोटी पकाने के लिए ईंधन हो,शौचालय हो और हो उसकी बीमारी में इलाज की व्यवस्था। मोदी जी ने आते ही इस पर केंद्रित किया। मोदी जी ने गाँवों की स्थिति देखी थी, जहां महिलाएं शौच के लिए अंधेरा होने का इंतज़ार किया करती थीं। पहले ही सम्बोधन में लाल किले की प्राचीर से जब स्वच्छता अभियान की मोदी जी ने घोषणा की, तो कई लोगों को हास्यास्पद लगा। भला 15 अगस्त को कोई शौचालय की बात करता है। पर मोदी जी डिगे नहीं,अपने अभियान में लगे रहे और देशवासियों को जोड़ा। आज स्वच्छ भारत अभियान के अंतर्गत सहायता के रूप में शौचालय निर्माण हेतु धन की व्यवस्था की गयी है। प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत आवास, प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के अंतर्गत एल पी जी गैस कनेक्शन, सौभाग्य योजना के अंतर्गत हर घर में बिजली, आयुष्मान योजना से हर गरीब को इलाज के लिए 5 लाख रु की धनराशि प्रदान की गयी है। इतना ही नहीं, जिन लोगों ने आज तक बैंक का मुंह नहीं देखा था और बैंक जाने से डरते थे, वहाँ जनधन खाते के अंतर्गत सबके खाते खुल गए। गरीबों के लिए सहयोग राशि अब सीधे उनके खाते में जाने लगी।

डा.एम.पी.सिंह

मैं यह मानता हूं की आजादी के बाद जिन तीन व्यक्तियों के देश हित के लिए किए गए आवाहन ने सर्वाधिक प्रभावित किया उनमें लाल बहादुर शास्त्री, जयप्रकाश नारायण और नरेंद्र मोदी जी हैं। शास्त्री जी ने प्रधानमंत्री रहते हुए देश से आवाहन किया कि हमारे देश में अन्न का उत्पादन पर्याप्त नहीं हो पा रहा है और हमें पीएल 480 के अंतर्गत अमेरिका से गेहूं मंगाना पड़ रहा है, इसलिए हम नहीं चाहते कि अपने इस उपकार का लाभ अमेरिका हमसे देशहित के विरुद्ध लेना चाहे। शास्त्री जी की यह बात देश की जनता ने मानी और सोमवार की सायंकाल एक समय सब ने अन्न खाना छोड़ दिया। मुझे याद है कि उन दिनों वाराणसी के यूपी कॉलेज छात्रावास में हम सब रहते थे और सोमवार की सायंकाल हमारा मेस बंद हो जाता था। हम बाहर भी अन्न नहीं खाते थे। फल, दूध, अंडा आदि से हम पेट भरते थे। दूसरे थे जे पी, जिन्होंने राजनीतिक भ्रष्टाचार के विरुद्ध सांसदों और विधायकों से आवाहन किया कि आप अपनी सदस्यता त्याग दीजिए और देश हित में भ्रष्टाचार खत्म करने के लिए आप हमारे साथ आंदोलन में जुड़िए। अनेकों विधायकों और सांसदों ने अपनी सदस्यता छोड़ी और जेपी आंदोलन के साथ जुड़ गए। तीसरे व्यक्ति नरेंद्र मोदी जी हैं, जिन्होंने आर्थिक रूप से सक्षम जनता से आवाहन किया कि गैस पर मिलने वाली सब्सिडी अगर आप छोड़ दें तो गरीब लोगों को हम गैस कनेक्शन देने में सक्षम होंगे। जनता ने उनकी बात मानी और इस तरह आज एक करोड़ से ज्यादा लोगों ने स्वेच्छा से गैस सब्सिडी छोड़ दी। मैंने मोदी जी के आवाहन के तत्काल बाद ही गैस सब्सिडी छोड़ दी थी और मेरे पास स्वयं प्रधानमंत्री जी का संदेश आया, ‘गैस सब्सिडी छोड़ने के लिए आपको बहुत धन्यवाद। आपकी सब्सिडी के पैसे का उपयोग लकड़ी का चूल्हा जलाकर खाना बनाने वाली और अब तक धुवें में अपनी आँखें ख़राब करने वाली दक्षिण भारत की एक गरीब महिला कोल्ली रावनम्मा को हमने निशुल्क गैस कनेक्शन देकर किया है’। प्रधानमंत्री का ऐसा सन्देश पाकर अपार खुशी के साथ मुझे महसूस हुआ कि मैंने कितना बड़ा काम किया है।

मोदी जी के नेतृत्व में विगत 9 वर्षों में भारत दुनिया का अगुआ देश बना हुआ है। आज भारत उस ऊंचाई पर है जहाँ के प्रधानमंत्री से अमरीकी राष्ट्रपति ऑटोग्राफ मांगता है, ऑस्ट्रेलिया का प्रधानमंत्री जिसे बॉस मानता है और पॉपुआ न्यू गिनी का राष्ट्रपति पाँव छूता है। आज भारत ब्रिटेन को पछाड़कर विश्व की पांचवीँ आर्थिक शक्ति बन गया है।

आज मोदी जी का जन्मदिन है। उन्हें अनंत शुभकामनायें। वे स्वस्थ हों, शतायु हों और इसी प्रकार देश की सेवा करते रहें।

सम्प्रति –लेखक डा.एम.पी.सिंह भारतीय जनता पार्टी उ.प्र. के वरिष्ठ नेता है।वह पार्टी में कई महत्वपूर्ण पदों पर रह चुके है।  

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