गोपाल शर्मा@जांजगीर चाम्पा। रविवार – सोमवार की दरम्यानी रात हुए न्यूज एंकर इशिका शर्मा के अंधे कत्ल की गुत्थी को जांजगीर पुलिस ने सुलझाते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से लूट का सारा सामान बरामद कर लिया है इस संबंध में जिले के पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल ने बुधवार को प्रेसवार्ता आयोजित कर जानकारी दी।
वरिष्ठ पत्रकार गोपाल शर्मा की बेटी ईशिका शर्मा जो कि LLB फाइनल ईयर की छात्रा एवं पत्रकारिता करने के साथ ही न्यूज़ चैनल में एंकरिंग भी करती थी उसकी निर्मम हत्या गोपाल शर्मा के परिचित व्यक्ति रोहन पांडू द्वारा बहुत ही बेरहमी से हत्या कर दी थी।
ईशिका शर्मा के पिता गोपाल शर्मा ने पुलिस की इस कार्यवाही पर सवाल उठाते हुए कहा कि पुलिस द्वारा इस जघन्य हत्याकांड को जस्टिफाई करने का प्रयास किया जा रहा है पुलिस द्वारा इसे इतना ज्यादा हाईलाइट किया जाना प्रेस में लगातार विज्ञप्ति जारी किया जाना एसपी द्वारा भी बार-बार प्रेम प्रसंग का मामला बताया जाना किस तरफ इशारा कर रहा है यह समझ से बाहर की बात है।
ईशिका शर्मा की हत्या का मामला साफ तौर पर डकैती लूटपाट हत्या का मामला है सिर्फ हत्यारे के द्वारा भावनात्मक समर्थन हासिल करने के लिए इसे प्रेम प्रसंग का रूप दिया जा रहा है एक मृत आत्मा जो अपनी सफाई में कुछ कहने के लिए इस दुनिया में अब जिंदा नहीं है एक वहशी दरिंदे लुटेरे हत्यारे के बयान को आधार बनाकर उसके ऊपर ऐसे आरोप लगाए जाना पुलिस द्वारा ऐसे बयान जारी करना सरासर अन्याय है। ईशिका के चरित्र पर लांछन लगाए जाने जैसा है मरने के बाद भी उसकी मिट्टी पलीत करना है यह संपूर्ण नारी जाति का अपमान है ।
जिसकी हत्या हुई है हत्यारे द्वारा उसी की गलती बताई जा रही है और सहानुभूति हासिल किए जाने का प्रयास किया जा रहा है और कहीं ना कहीं पुलिस और प्रेस भी जाने अनजाने में हत्यारे की साजिश में शामिल हो रहा है क्या नारी जाति का बाहर निकल कर कार्य करना लोगों से मिलना जुलना अपराध है मृतिका ईशिका शर्मा अपने प्रोफेशन जो कि पत्रकारिता और न्यूज़ एंकरिंग करती है इस संदर्भ में उसे बहुत से लोगों से बात भी करनी पड़ती थी फोन से भी और मिलकर भी और फील्ड में जाकर भी तो क्या यह उसका अपराध है क्या कोई भी किसी भी प्रकार का कार्य ना करें समाज में दुनिया में अपना एक मुकाम हासिल ना करें यहां पुलिसिया जांच पर संदेह उत्पन्न होता है किसे फायदा पहुंचाने के लिए पुलिस द्वारा संपूर्ण जांच का केंद्र बिंदु प्रेम प्रसंग को बनाया जा रहा है और युवती द्वारा किसी अन्य से बात करने और हत्यारे को उसका किसी से बात किया जाना पसंद नहीं आने की वजह से हत्यारे द्वारा हत्या किए जाने के बयान को इतनी ज्यादा तबज्जो दी जा रही है और उसे हाईलाइट किया जा रहा है। गोपाल शर्मा ने इस पूरे मामले की जांच किसी सक्षम एजेंसी द्वारा कराए जाने की मांग की है।