रायपुर। मंत्री कवासी लखमा ने नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल से इस्तीफे की मांग की। मंत्री लखमा ने कहा कि एमजब तक यह मामला सुलझ नहीं जाता तब तक नारायण चंदेल को अपने पद पर रहने का कोई अधिकार नहीं। नेता प्रतिपक्ष को पद से इस्तीफा देना चाहिए। आदिवासी बच्ची के साथ दुर्व्यवहार हुआ है। बीजेपी को नेता प्रतिपक्ष से इस्तीफा लेना चाहिए नहीं तो बड़ा आंदोलन होगा। आदिवासी इन्हें माफ नहीं करेंगे।
बीजेपी के नेताओं पर रेप और दुष्कर्म के आरोप पर कहा कि बीजेपी के नेता दूसरे पर आरोप लगाते हैं। अपने गिरेबान में नहीं झांकते। सत्ता का दुरुपयोग हो रहा है। भानुप्रतापुर चुनाव के समय में भी प्रत्याशी पर दुष्कर्म का आरोप लगा। बीजेपी देश में सत्ता का दुरुपयोग कर रही। आदिवासियों और कमजोर लोगों को परेशान कर रही।
बीजेपी की कार्यसमिति की बैठक पर मंत्री कवासी लखमा ने तंज कसते हुए कहा कि हम अपने राजनीतिक जीवन में कार्यसमिति की इतनी बैठक नहीं देखी। यहां तो रोज कार्यसमिति की बैठक हो रही। बैठक में नेता नेता प्रतिपक्ष को तत्काल बीजेपी हटाए। ।नहीं तो ये बीजेपी की पार्टी नहीं बल्कि फर्जी है। इतने ही आदिवासी के हितैषी हैं तो राज्यपाल से क्यों नहीं मिल रहे। आरक्षण संशोधन विधेयक पर मंत्री कवासी लखमा ने कहा कि अगर ये आदिवासी हितैषी हैं राज्यपाल से दस्तखत कराए। एमराज्यपाल का पद संवैधानिक हैं उनके पद पर टिप्पणी करना अच्छा नहीं लगता। ये बीजेपी का षड्यंत्र हैं, बीजेपी ने इसे रोक रखा है। आरक्षण संशोधन विधेयक पर हस्ताक्षर रोकने वालों को छत्तीसगढ़ से उखाड़कर फेकेंगे। एमएमअनियमित कर्मचारियों के आंदोलन पर मंत्री कवासी लखमा ने कहा कि कर्मचारियों को निवेदन करूंगा कि आंदोलन न करें। रमन सिंह “बेशर्म आदमी”जो उनका समर्थन कर रहे हैं। 15 सालों में उनके लिए उन्होंने कुछ नहीं किया। ।लेकिन सीएम भूपेश प्रयास कर रहे हैं। कोई न कोई रास्ता निकलेगा। वे हड़ताल मत करे, ऐसे में जनता का काम रुक जाता है। हमसे मिले हम उनसे बात करेंगे कुछ समाधान करेंगे।