अनिल गुप्ता@दुर्ग। जिले में भूजल की कमी को देखते हुए कलेक्टर पुष्पेंद्र मीणा ने बोर खनन पर रोक लगा दी है। लेकिन इसके बाद भी चोरी छिपे बोर खनन का कार्य जारी है। एक ऐसा ही मामला जब जिला प्रशासन के अधिकारियो को प्राप्त हुई। तब तहसीलदार के द्वारा बोर मशीन को जप्त करने की कार्यवाही तीन दिन पूर्व की गई थी। जिसको लेकर दुर्ग विधायक कार्यवाही रुकवाने के लिए थाने तक पहुंच गए थे। लेकिन अब दुर्ग कलेक्टर का फिर से कहना है, की आदेश किसी भी हाल में शिथिल नही होगा और यदि कोई भी बिना अनुमति के बोर खनन करते पकड़ा जाता है, तो उसके विरुद्ध कड़ी कार्यवाही की जायेगी।
जानकारी के मुताबिक शुक्रवार की देर रात दुर्ग के गंजपारा स्थित प्रियंका बोरवेल पर अवैध बोर खनन की बड़ी कार्रवाई तहसीलदार द्वारा जब की गई थी। तब विधायक अरुण वोरा थाने पहुंचकर , कार्रवाई रुकवाने थाने तक पहुंच गए थे। कलेक्टर को फोन करके कार्रवाई रुकवाने की बात तक कह दी थी। विधायक को ही इस बात की भी, जानकारी नही थी, की भूजल कमी को देखते हुऐ कलेक्टर के द्वारा बोर खनन पर रोक लगाया गया है। थाने पहुंचे दुर्ग विधायक से जब मीडिया द्वारा सवाल पूछा गया तो उनका का कहना था, कि जहां ज़रूरत हो, वहा बोरिंग खुदाई की जा सकती है। जिसको लेकर उन्होंने जिलाधीश से फोन पर भी बातचीत की है।
इस विषय को कलेक्टर पुष्पेंद्र मीणा ने फिर से संज्ञान में लिया है और उनका कहना है, आदेश किसी भी कंडीशन में शिथिल नही होगा। क्योंकि जिले में कई स्थानों पर भूजल काफी नीचे गिर चुका है, और नगरीय निकाय क्षेत्र में कोई भी व्यक्ति बिना अनुमति के बोरिंग करता पकड़ा जाता है, तो उसके विरुद्ध कड़ी कार्यवाही की जायेगी।
यह पहला मौका नहीं है, जब दुर्ग विधायक अरुण वोरा और जिला प्रशासन के अधिकारी आमने सामने हुए हो। इससे पहले भी कुछ महीने पूर्व तात्कालिक निगम आयुक्त रहे, लक्ष्मण तिवारी जब शहर में अवैध कब्जे को लेकर तोड़फोड़ की कार्यवाही कर रहे थे। तब विधायक महोदय उनके सामने आ गए थे। लेकिन आयुक्त रहे, लक्ष्मण तिवारी ने उनके हट को परे रख कर अवैध कब्जे को हटा दिया था। और अब बोर खनन पर एक बार फिर से दुर्ग विधायक बैकफुट पर दिखाई देते नजर आ रहे है, क्योंकि बोर खनन पर प्रतिबंध के आदेश को शिथिल करने की बजाए दुर्ग कलेक्टर ने यथावत रखने की बात कही है।