आनंद मिश्रा@बलरामपुर। जिले के कोटसरी गांव के जंगल के झाड़ियों में नवजात बच्ची पाई गई। अज्ञात लोगों ने नवजात बच्ची को सुने झाड़ियों में फेंक दिया गया था। सूचना मिलते ही स्वास्थ्य अमला हरकत में आई और तत्काल पुलिस के साथ मौके पर पहुंचकर बच्ची का झाड़ियों से रेस्क्यू किया। और सुरक्षित उसे जिला चिकित्सालय पहुंचाया गया जहां नवजात बच्ची का इलाज जारी है।
जिले के डवरा पुलिस चौकी अंतर्गत ग्राम कोटसरी गांव में मां की ममता शर्मसार हुई है। आखिर एक मां इतनी निर्दई कैसे हो सकती है कि अपने कोख से जन्म लेने वाली बच्ची को घने जंगल के बीच झाड़ियां में मरने के लिए छोड़ सकती है।” जाको राखे साइयां मार सके ना कोई” आपने इस कहावत को कई बार सुना होगा लेकिन ये कहावत आज फिर से पूरी तरह से सच होते देखने को मिला है घंटो तक नवजात बच्ची झाड़ियों में पड़ी रही लेकिन किसी प्रकार का कोई नुक्सान बची को नहीं पहुंचा।