मस्कुलर डिस्ट्राफी पीड़ित परिवार छत्तीसगढ़ के बैनर तले रायपुर- को कलेक्टर जनदर्शन के माध्यम से प्रदेश के मुखिया आदरणीय भूपेश बघेल जी मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ शासन से इस मस्कुलर डिस्ट्राफी नामक लाईलाज बिमारी के लाईज के लिए गुहार लगाई गई।
रायपुर- भारत के बिहार, उ. प्र., उड़ीसा, राजस्थान, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, दिल्ली, गुजरात सहित 10 राज्यों में एक साथ मस्कुलर डिस्ट्राफी से पीड़ित बच्चों ने परिवार सहित शांति पूर्वक धरना प्रदर्शन एवं मार्च किया गया जिसका असर छत्तीसगढ़ में भी देखने को मिला।
प्रायः यह बिमारी ज्यादातर लड़को में पाया जाता है जो उम्र के 5वें -6वें वर्षो में दिखाई देने लगता हैं इस बिमारी में शरीर के सारे मसल्स धीरे धीरे कमजोर होकर काम करना बंद कर देता है, 9वें साल तक पहुंचते पहुंचते बच्चा व्हीलचेयर पर आ जाता है। अधिकतम 15-16 साल में ही बच्चे की मौत हो जाती हैं।
इस बिमारी का ईलाज विदेशों में उपलब्ध होने की जानकारी मिलती है लेकिन अत्यधिक कीमतें होने के कारण सामान्य व्यक्ति के पहुंच से बाहर है।
इस विषय में 06 जनवरी छेरछेरा त्यौहार के अवसर पर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री श्री टी एस सिंहदेव जी से भी मुलाकात किया गया था। कलेक्टर जनदर्शन में इस बिमारी के लिए एक जागरुकता अभियान चलाने का एवं पीड़ित बच्चों को आर्थिक सहायता तथा दवाई उपलब्धता सुनिश्चित होने तक rehabilitation program शुरु कराने का निवेदन भी किया गया ताकि आगे कोई परिवार इस बिमारी से अपना समय और धन व्यर्थ न करें, जल्द ही प्रदेश के मुख्यमंत्री से भी मुलाकात कर इस संबंध में अपनी बात रखने की तैयारी किया जा रहा है।