टीआरपी डेस्क। आपके बैंक अकाउंट पर नया खतरा मंडरा रहा है। आपकी एक गलती आपके अकाउंट को खाली कर देगी। इसे लेकर सरकारी एजेंसी की ओर से चेतावनी भी जारी की गई है। यह वायरस आपके फोन में इंस्टॉल होकर आपके सारे बैंकिंग डिटेल्स को चुरा लेता है।
इस बार एक नए तरीके के मोबाइल बैंकिंग मैलवेयर कैंपेन से उनको निशाने पर लिया जा रहा है। इसको लेकर इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम (CERT-In) ने चेतावनी जारी की है।
इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अंतर्गत आने वाली एजेंसी CERT-In की हालिया रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ है। इस वजह से SOVA मैलवेयर से बच के रहने की जरूरत है। ये पहले अमेरिका, रूस और स्पेन जैसे देशों को टारगेट कर रहा था।
बता दें कि अब इस मैलवेयर में भारत और दूसरे देशों को भी इल लिस्ट में शामिल कर दिया गया है। SOVA मैलवेयर का लेटेस्ट वर्जन अपने आपको एंड्रॉयड ऐप के जरिए छुपा लेता है। ये पॉपुलर ऐप्स जैसे Chrome, Amazon, NFT प्लेटफॉर्म के लोगों का इस्तेमाल कर अपने आपको छुपा के रखता है।
इस तरह करता है काम?
SOVA मैलवेयर का नया वर्जन 200 से ज्यादा मोबाइल एप्लीकेशन को टारगेट कर रहा है। इसमें बैकिंग ऐप्स के अलावा क्रिप्टो एक्सचेंज और वॉलेट्स भी शामिल हैं। ये मैलवेयर यूजर्स की लॉगिन डिटेल्स को तब चुरा लेता है जब वो अपने नेट बैंकिंग ऐप्स में बैंकिंग अकाउंट को एक्सेस करने के लिए लॉगिन करते हैं। इस मैलवेयर को SMS फिशिंग के जरिए फैलाया जा रहा है।
जो कि फेक एंड्रॉयड ऐप डिवाइस पर इंस्टॉल होने के साथ एक्टिव हो जाता है। जिसके बाद ये सभी ऐप्स की लिस्ट कमांड और कंट्रोल सर्वर पर भेज देता है। इसका फायदा स्कैमर्स को मिलता है।
ऐसे रहें सेफ
यूजर्स जब इन ऐप्स को हटाने की कोशिश करते हैं तो यूजर्स को काफी पॉप-अप दिखाए जाते हैं और ऐप रो लेकर कहा जाता है कि ये सेफ है। इनसे बचने के लिए आप किसी भी थर्ड पार्टी ऐप या वेबसाइट से ऐप डाउनलोड न करें। ऐप को डाउनलोड करने से पहले उसकी परमिशन पर जरूर ध्यान दें। उन्हीं परमिशन को अलॉउ करें जो जरूरी हैं।