राजनांदगांव। सुरेश जोशी हत्याकांड का मास्टर माइंड मुख्य फरार आरोपी प्रकाश गोलछा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। मुख्य आरोपी के गिरफ्तारी में थाना कोतवाली पुलिस, सायबर सेल राजनांदगांव एवं रेलवे सुरक्षा बल के संयुक्त टीम की मुख्य भूमिका रही। आरोपी ने षडयंत्रपूर्वक योजना बनाकर व्यापारी को ब्लैकमेल करने के नियत से नौकर की हत्या की थी। प्रकाश गोलछा को हत्या मे सहयोग करने वाले 4 आरोपी को पूर्व में गिरफ्तार कर जेल भेजा जुका है। घटना में प्रयुक्त स्वीफ्ट कार मोबाईल एवं मृतक का मोबाईल जप्त कर लिया गया है।
जानिए क्या है पूरा मामला
22 नवंबर 2023 को सूचना मिली कि पार्रीनाला इंडियन पब्लिक स्कूल, सुरेश राईस मिल के पास एक अज्ञात पुरूष उम्र करीबन 50-55 वर्ष का शव पड़ा है। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। प्रार्थी रंजन दास साहू पिता इतवारी दास साहू उम्र 48 साल साकिन पार्रीनाला थाना कोतवाली जिला राजनांदगांव की रिपोर्ट पर मौके पर मर्ग कायम कर जांच पंचनामा कार्यवाही में लिया गया। पंचनामा कार्यवाही के दौरान परिजन दीपा गुरु पति दीपंकर गुरू द्वारा मृतक के शव को देखकर अपने अपन बड़े भाई सुरेश कुमार जोशी पिता मदन लाल जोशी उम्र 52 साल साकिन अरिहंत टावर मानव मंदिर चौक के पास राजनांदगांव के रूप में पहचान किया गया। विभिन्न धाराओं में अपराध पंजीबद्ध कर जांच में जुट गई। संयुक्त टीम बनाकर घटना में संलिप्त व्यक्तियों की पतासाजी हेतू तत्काल आरोपी 1. दयाराम साहू पिता खेदू साहू उम्र 36 साल साकिन छछानपहरी थाना अंबागढ चौकी जिला मोहला मानपुर अंबागढ़ चौकी, मनीष खुटेल पिता रूपनाथ खुटेल उम्र 21 साल साकिन महरूम थाना डोगरगांव जिला राजनादगांव, नितेश सेन पिता मदन सेन उम्र 27 साल साकिन बैलापसरा गणेश मंदिर के पीछे वार्ड नं 0 15 राजनांदगांव, प्रेमेन्द्र निर्मलकर पिता तिलक राम निर्मलकर उम्र 37 साल साकिन रानीतराई 25 नवंबर को गिरफ्तार कर ज्युडिशियल रिमाण्ड पर न्यायालय पेश किया गया, जो चारों आरोपी जिला जेल राजनांदगांव में निरूद्ध किया गया था।
मामले का मुख्य आरोपी प्रकाश गोलछा था फरार
मामले के मुख्य आरोपी प्रकाश गोलछा जो सुरेश जोशी हत्या काण्ड का मास्टर माइंड है, जो घटना बाद फरार हो गया था। जिसे पकड़ने सायबर सेल राजनांदगांव व कोतवाली पुलिस और रेलवे सुरक्षा बल राजनांदगांव के सयुक्त गठित टीम को गोदिया, नागपुर, महाराष्ट्र एवं दुर्ग, भिलाई, रायपुर की ओर रवाना किया गया था। गठित टीम द्वारा आरोपी प्रकाश गोलछा को मुखबीर की सूचना पर गोदिया (महाराष्ट्र) में घेराबंदी कर हिरासत में लेकर राजनांदगांव लाया गया।
15 वर्ष पूर्व से स्कूल की जमीन को लेकर था विवाद
आरोपी प्रकाश गोलछा से हिकमत अमली से पूछताछ करने पर करीबन 15 वर्ष पूर्व से स्कूल की जमीन को लेकर विवाद था। इस विवाद में ज्ञानचंद बाफना से उसे पैसा लेना था। करीबन 2 वर्ष पूर्व स्कूल के पूरे कैम्पस की बिक्री हो गई, मगर उसे उसके हिस्से का पैसा नहीं दिया गया था। इसके अलावा करीबन ढाई साल पहले सागर चितलांग्या से सत्यम विहार गंज लाईन में स्थित एक बंगले का 1 करोड़ 38 लाख में सौदा किया था और पूरी राशि भी सागर चितलांग्या को दे चुका था। जिसकी जानकारी उसके पिता सूर्यकांत चितलांग्या को भी थी। राशि पटाने के बाद वह पीटा एक्ट में सन् 2021 में जेल चला गया था। जेल से वापस आने के बाद जब वह सागर को रजिस्ट्री के लिए बोला तो वह आनाकानी करने लगा। जिस कारण प्रकाश गोलछा को ज्ञान चंद बाफना एवं सागर चित्लांग्या से रंजिश थी। जिनसे वह बदला लेना चाहता था। जिसके लिए प्रकाश गोलछा ने पेमेन्द्र निर्मलकर, मनीष खूंटेल एवं दयाराम साहू को हर महीने अच्छा पगार देने का लालच दिया एवं बताया कि सुरेश जोशी जो कि ज्ञानचंद बाफना का नौकर है। उसे फार्म हाऊस लाकर उससे सुसाइड नोट लिखवाकर जहर देकर मार देंगे एवं उस सुसाइड नोट से ज्ञानचंद बाफना व सागर चितलांग्या को ब्लेकमेल करेंगे और पैसा वसूली करेंगे। 21 नवंबर को प्रकाश गोल्छा पेमेन्द्र को फोन कर सुरेश जोशी को 2 बजे फार्म हाऊस लाने के लिए बोला एवं स्वयं अपनी स्वीफ्ट गाड़ी नम्बर सी.जी.-08-यू.-9269 से मनीष खुटेल एवं दया राम साहू को फार्म हाउस लाया। जहां सभी मिलकर सुरेश जोशी को कोलड्रिंक में जहर मिलाकर पिला दिये। जिससे सुरेश जोशी की फार्म हाउस में मृत्यु हो गई। सुबह लगभग 4-5 बजे प्रकाश गोल्छा अपनी उक्त स्वीफ्ट वाहन से सुरेश जोशी के शव को अपने तीनों साथियों के साथ मिलकर पार्रीनाला के पास छोड़ दिया। जिसके पश्चात सुरेश गोल्छा एवं पेमेन्द्र के साथ मिलकर 1 टाईपशुदा पत्र बनवाकर पेमेन्द्र को ज्ञानचंद बाफना के पास पहुंचाने बोला। उसी दिन शाम को प्रकाश गोल्छा को मालूम चला कि पुलिस उसे खोज रही है तो वह मोबाइल बंद करके भाग गया। प्रकाश गोल्छा शातिर अपराधी होने से लगातार अलग अलग लोगों से फोन लेकर अपने परिचितों से सम्पर्क करता था। प्रकाश गोलछा अगले दिन दुर्ग से नागपुर चला गया। जहां से वह भांदक जैन मंदिर गया। दर्शन करने के बाद वापस नागपुर आ गया। लगातार पुलिस को गुमराह करने के लिए स्थान बदल बदल कर रह रहा था। गोंदिया के आसपास होने की सूचना मिलने पर रेलवे सुरक्षा बल की सहायता प्राप्त कर सायबर सेल एवं थाना कोतवाली की टीम द्वारा घेराबंदी कर प्रकाश गोल्छा को पकड़ा गया। आरोपी प्रकाश गोल्छा से हिकमतअमली से पूछताछ करने पर घटना के संबंध में विस्तार से बताया एवं अपना जुर्म स्वीकार करते हुए मृतक सुरेश जोशी का मोबाइल अपने सोमनी स्थित फार्म हाउस के पीछे खेत से, घटना में प्रयुक्त स्विफ्ट वाहन क्र. सीजी 08 यू 9269 को टेड़ेसरा स्कूल के पीछे से, मृतक सुरेश जोशी से लिखवाया हुआ सुसाईड नोट व धमकी भरे पत्र को अपने गुरूनानक चौक स्थित ऑफिस से बरामद करवाया ।
आरोपी के विरूद्व प्रर्याप्त साक्ष्य सबूत पाये जाने पर आज 1 दिसंबर को विधिवत गिरफ्तार कर न्यायिक रिमाण्ड पर माननीय न्यायालय पेश किया जाता है ।