राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सचिन पायलट का नाम लिए बिना निशाना साधा है। सीएम गहलोत ने कहा कि जिन लोगों को बिना रगड़ाई किए पद मिल गया। वे लोग जल्दबाजी कर रहे हैं। जल्दबाजी करेंगे तो ठोकर खाएंगे। उन्हें पार्टी में जमे रहना चाहिए। सब्र रखना चाहिए। अवसर आने पर पार्टी उन्हें मौका देगी। लीडरशिप चांस जरूर देती है। सीएम गहलोत ने जयपुर में मीडिया से बात करते हुए कहा कि जो लोग जो लोग पार्टी छोड़कर चले गए, अवसरवादी थे। ज्योतिरादित्य सिंधिया, जितिन प्रसाद और आरपीएन सिंह को पार्टी ने अच्छे पोर्टफोलियो दिए थे।
गहलोत ने पायलट पर तोड़ी चुप्पी
बता दें, राजस्थान में कांग्रेस विधायक की बैठक के बहिष्कार के बाद सीएम गहलोत ने सचिन पायलट को लेकर पहली बार चुप्पी तोड़ी है। सीएम गहलोत ने हालांकि, सचिन पायलट का नाम नही लिया, लेकिन इशारा पायलट की तरफ ही माना जा रहा है। सीएम गहलोत ने कहा कि कांग्रेस पार्टी में मेरी भी खूब रगड़ाई हुई। लेकिन जो लोग पार्टी छोड़कर चले गए है, वे अवसरवादी है। उल्लेखनीय है कि 25 सितंबर को गहलोत समर्थक विधायकों ने कांग्रेस विधायक दल की बैठक का बहिष्कार कर दिया था। गहलोत समर्थकों ने सचिन पायलट को सीएम बनने का विरोध करते हुए स्पीकर सीपी जोशी को इस्तीफा दे दिया था।
गांधी परिवार के साथ रिश्ते तर्क से परे
कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव के लिए प्रदेश कांग्रेस कार्यालय पहुंचे सीएम गहलोत ने कहा कि मैं खड़गे का प्रस्तावक बना हूं। खड़गे भारी मतों से चुनाव जीतेंगे। इससे पहले सीएम गहलोत ने कहा कि गांधी परिवार के साथ रिश्तें तर्क से परे हैं। आगे भी ऐसे ही रहेंगे। जब सीएम गहलोत से पूछा गया कि गांधी परिवार के साथ रिश्ते कैसे है, तब उन्होंने कहा- गांधी परिवार से रिश्ते ऐसे जो तर्क से परे। आगे भी इस तरह के रिश्ते रहेंगे। सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि 19 तारीख के बाद भी मेरे गांधी परिवार के साथ वैसे रहेंगे जो पिछले 50 साल है। आप लोग मेरी चिंता करते हो, संदेह पैदा करते हो, चिंता करते हो मेरी, बड़ी मेहरबानी है प्रेस वालों की। पता नहीं आगे क्या होगा। गांधी परिवार से रिश्तें कैसे रहेंगे। इसका जवाब मैं दे चुका है।