रायपुर । आंजनेय विश्वविद्यालय और चेस सिटी रायपुर के संयुक्त तत्वावधान में शतरंज प्रतियोगिता का शुभारंभ हुआ। इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता में 208 से अधिक प्रतिभागी अपना दिमाग और कौशल आज़मा रहे हैं । प्रतियोगिता स्विस फॉर्मेट के अंतर्गत आयोजित हो रही है, जिसमें कुल 8 राउंड खेले जाएंगे ।
इस शतरंज प्रतियोगिता में 5 साल से अधिक आयु वर्ग के प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया है, जो विभिन्न श्रेणियों में अपनी क्षमता का प्रदर्शन करेंगे । प्रतियोगिता का उद्देश्य न केवल प्रतिभागियों के शतरंज कौशल को निखारना है, बल्कि शतरंज के प्रति जागरूकता और रुचि को भी प्रोत्साहित करना है ।
उद्घाटन सत्र के दौरान विश्वविद्यालय के डायरेक्टर जनरल डॉ बी सी जैन ने इंडोर स्पोर्ट्स के महत्त्व को रेखांकित करते हुए कहा कि शतरंज का खेल शतरंज का खेल न केवल मानसिक विकास का उत्कृष्ट साधन है, बल्कि यह खेल खिलाड़ियों की रणनीतिक सोच, समस्या समाधान की क्षमता और धैर्य को निखारता है। इसके माध्यम से खिलाड़ी मानसिक संतुलन, एकाग्रता और आत्म-नियंत्रण सीखते हैं, जो जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में लाभकारी होते हैं। जो जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में लाभकारी होते हैं ।
इवेंट कोर्डिनेटर परेश बुधवानी ने बताया कि यह अपने तरह का बड़ा पहला समृद्द आयोजन है । इस वर्ष 208 से अधिक प्रतिभागी अपनी बुद्धिमत्ता और कौशल का प्रदर्शन कर रहे हैं। प्रतियोगिता स्विस फॉर्मेट के अंतर्गत आयोजित की जा रही है, जिसमें कुल 8 राउंड होंगे। इसमें 5 साल से अधिक आयु वर्ग के प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया है, जो विभिन्न श्रेणियों में प्रतिस्पर्धा करेंगे।
क्या है स्विस फॉर्मेट…
स्विस फॉर्मेट एक प्रकार की टूर्नामेंट प्रणाली है, जिसमें प्रत्येक खिलाड़ी को समान अंक वाले प्रतिद्वंद्वियों के साथ मुकाबला करना होता है । इस फॉर्मेट में कोई भी खिलाड़ी प्रतियोगिता से बाहर नहीं होता, चाहे वह कितने भी मैच हार जाए । हर राउंड में खिलाड़ियों का जोड़ा इस आधार पर बनाया जाता है कि उनके अंक बराबर हों या करीब हों। जीतने पर अधिक अंक मिलते हैं, और हारने पर कम। इस तरह, खिलाड़ियों को बराबरी के मुकाबले मिलते हैं, जिससे टूर्नामेंट अधिक संतुलित और प्रतिस्पर्धात्मक होता है। शतरंज टूर्नामेंट में यह फॉर्मेट काफी लोकप्रिय है ।
समापन सत्र के मुख्य अतिथि श्री बृजमोहन अग्रवाल, सांसद रायपुर लोक सभा होंगे, प्रतियोगिता का समापन पुरस्कार वितरण समारोह के साथ होगा । वहीं सभी प्रतिभागियों को सर्टिफिकेट प्रदान किए जाएंगे । उक्त जानकारी कार्यक्रम संयोजक डॉ प्रांजली गनी ने दी ।