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आएये जानते है रंगभरी एकादशी का महत्व…

हिंदू धर्म में एकादशी तिथि अत्यंत शुभ व फलदायी मानी गई है। एकादशी के दिन भगवान विष्णु की विधि-विधान के साथ पूजा करते हैं। इसके साथ ही भक्त भगवान नारायण की कृपा पाने के लिए व्रत रखते हैं। फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी का सनातन धर्म में खास महत्व है। हिंदू पंचांग के अनुसार, फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को रंगभरी या आमलकी एकादशी कहते हैं।

ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, आमलकी एकादशी के दिन भगवान विष्णु की उपासना करने के साथ ही भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा की जाती है। मान्यता है कि इस दिन भगवान शिव और उनके गण होली खेलते हैं। इस दिन भगवान विष्णु, माता पार्वती और महादेव की विधिवत पूजा करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है। मान्यता है कि इस दिन कुछ उपायों को करने से जीवन में सुख-समृद्धि आती है।

रंगभरी या आमलकी एकादशी 2023 उपाय

1. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, रंगभरी एकादशी के दिन शिव मंदिर जाकर वहां भोलेनाथ व मां पार्वती को लाल गुलाल अर्पित करना चाहिए। मान्यता है कि ऐसा करने से वैवाहिक जीवन की परेशानियां खत्म होती हैं और सुख-समृद्धि प्राप्त होती है।

2. रंगभरी एकादशी के दिन शिवलिंग पर गंगाजल अर्पित करना चाहिए। इसके बाद भगवान शिव का सफेद चंदन से श्रृंगार और बेलपत्र आदि अर्पित करने चाहिए। इसके अलावा महादेव को अबीर व गुलाल आदि अर्पित करें। मान्यता है कि ऐसा करने से आर्थिक उन्नति होती है।

3. रंगभरी या आमलकी एकादशी के दिन भगवान विष्णु के श्री विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करना चाहिए। मान्यता है कि ऐसा करने से महादेव प्रसन्न होते हैं। इसके साथ ही इस दिन भगवान नारायण को आंवला अर्पित करना भी अत्यंत शुभ माना गया है। कहते हैं कि ऐसा करने से जातक को अतिशीघ्र कर्ज से मुक्ति मिलती है।

4. इस दिन आंवले के वृक्ष की पूजा करने के बाद नौ परिक्रमा करके गुलाल अर्पित करना चाहिए। मान्यता है कि ऐसा करने से जीवन में सुख-समृद्धि आती है।

5. रंगभरी एकादशी के दिन मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए शाम के समय भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी के सामने नौ बत्तियों का दीपक जलाएं। उसमें कुछ केसर डाल दें। मान्यता है कि ऐसा करने से धन का आवक बढ़ता है।

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