रायपुर। पोस्टिंग घोटाले में कल शाम राज्य सरकार ने डीईओ को सस्पेंड किया तो उधर भ्रष्टाचार का एक दूसरे मामले का भंडाफोड़ हो गया। स्कूल शिक्षा विभाग के खटराल अफसरों ने सीएम भूपेश बघेल के ड्रीम प्रोजेक्ट खेलगढ़िया योजना में सेंध लगा दिया। सरकार ने प्राइमरी और मिडिल स्कूलों में खेल सामग्री के लिए पैसा दिया था मगर गरियाबंद जिले के अफसरों ने स्कूलों पर दबाव डालकर टीवी खरीदवा दिया। टीवी खरीदी में स्कूल के विकास राशि भी लगवा दी।
व्यापक भ्रष्टाचार की शिकायत मिलने पर गरियाबंद कलेक्टर ने इसकी जांच करवाई। एडिशनल कलेक्टर की अध्यक्षता में बनी जांच टीम ने 17 पेज की रिपोर्ट में समग्र शिक्षा के मिशन समन्वयक श्याम चंद्राकर को दोषी ठराया। जांच में कई स्कूलों के प्रधान पाठकों के बयान दर्ज किए गए, जिसमें सभी ने कहा कि डीएमसी चंद्राकर के मौखिक निर्देश पर टीवी खरीदी गई।
गरियाबंद कलेक्टर ने स्कूल शिक्षा के सचिव और डीपीआई को जांच रिपोर्ट इस अनुशंसा के साथ भेजी है कि डीएमसी श्याम चंद्राकर के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए। देखिए कलेक्टर की अनुशंसा और जांच रिपोर्ट…