Get all latest Chhattisgarh Hindi News in one Place. अगर आप छत्तीसगढ़ के सभी न्यूज़ को एक ही जगह पर पढ़ना चाहते है तो www.timesofchhattisgarh.com की वेबसाइट खोलिए.

समाचार लोड हो रहा है, कृपया प्रतीक्षा करें...
Disclaimer : timesofchhattisgarh.com का इस लेख के प्रकाशक के साथ ना कोई संबंध है और ना ही कोई समर्थन.
हमारे वेबसाइट पोर्टल की सामग्री केवल सूचना के उद्देश्यों के लिए है और किसी भी जानकारी की सटीकता, पर्याप्तता या पूर्णता की गारंटी नहीं देता है। किसी भी त्रुटि या चूक के लिए या किसी भी टिप्पणी, प्रतिक्रिया और विज्ञापनों के लिए जिम्मेदार नहीं हैं।
ऑनलाइन सट्टे को लेकर पुलिस की बड़ी कार्यवाही, जानिए क्या है पूरा मामला

अनिल गुप्ता@दुर्ग। ऑनलाइन सट्टे में दुर्ग पुलिस के द्वारा लगातार कार्यवाही की जा रही है। आज भी सट्टे के नाम पर एकत्रित हुये लोगों की सूचना जब एंटी क्राईम साइबर यूनिट और सुपेला थाना की संयुक्त टीम ने कार्यवाही की। और घेराबंदी कर 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों में एक इंजीनियरिंग का छात्र भी है। पुलिस ने इनके पास से कई सारे मोबाईल, लैपटॉप, सीपीयू को भी जब्त किया है।

दुर्ग एसपी अभिषेक पल्लव ने इस गिरोह का खुलासा करते हुये बताया है, कि महादेव ऐप में संलिप्त सेक्टर 10 निवासी अनुभव जैन एवं उसके अन्य 5 साथी कोसानाला टोल प्लाजा के पास नर्सरी में एक झोपड़ी में कारोबार संचालित करने की सूचना प्राप्त हुई थी। जिसके बाद विशेष टीम ने इन्हें योजनाबद्ध तरीके से पकड़ने में सफलता प्राप्त की है। मौके से इनके पास से 12 नग मोबाईल, 4 नग लेपटॉप,1 नग सीपीयू, 3 नग की-बोर्ड, 4 नग माऊस, 1 नग ब्रॉडबैण्ड, 4 नग लेपटॉप चार्जर, 6 नग नग चेकबुक, 3 नग पासबुक बरामद कर जप्त किया गया है।

दुर्ग एसपी अभिषेक पल्लव ने बताया, कि महादेव ऐप , ऐप बेस्ड सिस्टम है। इसके माध्यम से खासतौर पर युवा वर्ग पैनल बेचता है। तो कोई आईडी बनवाता है। और इसके माध्यम से लोग ऑनलाईन सट्टे से जुड़ते हैं। जिसमे लाखो करोड़ो रुपयों का कारोबार होता है। लेकिन दुर्ग पुलिस इस नेटर्वक के ब्रांच को पहली बार तोड़ने में सफलता प्राप्त की है। और इनकी टीम किस तरह से अपने नेटवर्क का संचालन करती है। उसके लाईव डेमो को भी देखा गया है। पुलिस इसके सरगना को पकड़ने के लिए लुक ऑउट नोटिश भी जारी कर चुकी है।

दुर्ग एसपी ने इस बात का भी खुलासा किया है। कि दुर्ग पुलिस जीरो टॉलरेंस पॉलिसी पर कार्य कर रही हैं। और यही कारण है, कि एक सप्ताह के भीतर 90 लोगो को पकड़ने में सफलता हाथ लगी है।

https://www.khabar36.com/police-action-regarding-online-betting/