कर्नाटक सरकार ने बुधवार (12 अक्टूबर) से ओला, उबर और रैपिडो के राइड-हेलिंग ऐप पर ऑटोरिक्शा की ऑनलाइन बुकिंग को अवैध कर दिया है। कर्नाटक परिवहन और सड़क सुरक्षा विभाग और मोबिलिटी प्लेयर्स (mobility players) के प्रतिनिधियों के बीच मंगलवार को हुई बैठक के बाद यह निर्णय लिया गया। सूत्रों के अनुसार परिवहन आयुक्त टी.एच.एम कुमार ने तीनों कंपनियों के साथ बैठक की। मीडिया से बात करते हुए कुमार ने कहा कि ओला और उबर जैसे राइड-हेलिंग प्लेटफॉर्म सरकार के निर्णय लेने तक ऑटोरिक्शा सेवाएं प्रदान नहीं कर सकते हैं
कई यात्रियों ने ओवरचार्जिंग की शिकायत की थी, जिसके बाद सरकार ने नियमों के उल्लंघन का हवाला देते हुए यह कार्रवाई की है।
बेंगलुरु में लगभग दो लाख हैं ऑटोरिक्शा
बता दें कि राज्य की राजधानी बेंगलुरु में लगभग 2 लाख ऑटोरिक्शा होने का अनुमान है, जिनमें से लगभग 1 लाख एग्रीगेटर्स के माध्यम से ऑटोरिक्शा चल रहे थे। बेंगलुरु में लाखों लोग ऐप्स पर निर्भर हैं। हाल के दिनों में अत्यधिक किराए और आय में गिरावट के कारण यात्री और चालक दोनों ही एग्रीगेटर्स से परेशान थे।
सीएम ने कड़ी कार्रवाई के दिए थे आदेश
इस बीच, कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने मंगलवार को मीडियाकर्मियों से कहा कि उन्होंने परिवहन विभाग से कहा है कि अगर वे वैध लाइसेंस के बिना बेंगलुरु में ऑटो-रिक्शा की सवारी की पेशकश करते पाए गए तो ऐप-आधारित कंपनियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें। रिपोर्ट सामने आने के बाद उन्होंने यह टिप्पणी की थी कि ओला, उबर और रैपिडो अपने प्लेटफॉर्म पर बुक किए गए ऑटो-रिक्शा की सवारी पर ग्राहकों से अधिक शुल्क ले रहे थे।
चार पहिया वाहनों पर नहीं लागू है यह आदेश
इससे पहले दिन में ऑटोरिक्शा चालकों ने सरकार द्वारा समस्या के समाधान के लिए हस्तक्षेप नहीं करने पर परिवहन मंत्री बी श्रीरामुलु के आवास का घेराव करने की धमकी दी थी। हालांकि, अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि कंपनियों द्वारा दी जाने वाली टैक्सी (चार पहिया) सेवाओं के खिलाफ कोई आदेश जारी नहीं किया गया है।