बिलासपुर–केन्द्रीय विश्वविद्यालय राजनीति ही नहीं बल्कि अव्यवस्था का अखाड़ा बन गया है। प्रबंधन की तानाशाही से बाहर के छात्र छात्राओं को सड़क पर उतरने को मजबूर होना पड़ रहा है। शर्म की बात है कि छात्राओं को मतदान करने से भी रोका गया। यह बातें जिला कांग्रेस अध्यक्ष विजय केशरवानी ने कही। उन्होने विश्वविद्यालय प्रबंधन चेतावनी दी है कि इसका जबाव दिया जाएगा।
विजय केशरवानी ने प्रेस नोट जारी कर सेन्ट्रल विश्वविद्यालय पर गंभीर आरोप लगाए हैं। केशरवानी ने कहा कि केन्द्रीय विश्वविद्यालय अव्यवस्था और तानाशाही शिकार हो चुका है। यहां भारत के कोने कोने से पहुंचे छात्र छात्राओं के साथ लगातार अव्यवहार किया जा रहा है। हमने बिलासपुर में केन्द्रीय विश्वविद्यालय के लिए बहुत संघर्ष किया है। संघर्ष सिर्फ इस बात के लिए नहीं था कि बच्चों के लोकतांत्रित अधिकारों को छीना जाए।
कांग्रेस नेता ने कहा कि लोकसभा चुनाव के दौरान हास्टल के छात्र छात्राओं को मतदान गतिविधियो में शामिल होने से रोका गया है। छात्राओं को हास्टल और विश्वविद्यालय से निकालने की धमकी दी गयी है। परिजनों को फोन पर कहा गया अपने बच्चों को मतदान गतिविधियों में शामिल होने से रोकें। विजय ने कहा कि जब देश का नौजवान ही मतदान में भाग नहीं लेगा तो लोकतंत्र की स्थित भविष्य में क्या होगी..इस बात को अच्छी तरह समझा जा सकता है। मतलब भाजपा के इशारे पर विश्वविद्यालय ने छात्रों को मतदान करने से रोका है।
विजय ने कहा छात्राओं ने मतदान में शामिल होने को लेकर जिद किया तो उनके परिजनों को वार्डन ने फोन कर बच्ची को घर ले जाने का दबाव बनाया। हम इस प्रकार की गतिविधियों को किसी भी सूरत में बर्दास्त नहीं करेंगे। कांग्रेस ने फैसला किया है कि लोकसभा चुनाव में मतदान और राष्ट्र निर्माण में बढ़ने वाले हाथों को रोकने वालों को करारा जवाब देंगे।