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क्‍या ताम्रध्‍वज साहू फेल हुए ?

नेशन अलर्ट/रायपुर.

प्रदेश के लोक निर्माण विभाग एवं गृह विभाग के मंत्री ताम्रध्‍वज साहू इन दिनों संकट से घिरे नजर आते हैं। भारी भरकम विभागों के बावजूद ताम्रध्‍वज साहू की चर्चा इस बात के लिए नहीं होती कि वह कैसा काम कर रहे हैं बल्कि इस बात के लिए होती है कि क्‍या ताम्रध्‍वज साहू विभागों के संचालन में फेल हो गए हैं?

दरअसल, प्रदेश में इन दिनों दो ही विभाग ज्‍यादा चर्चा में हैं। दुर्भाग्‍य कहिए या फिर सौभाग्‍य… दोनों ही विभाग ताम्रध्‍वज साहू के पास हैं। एक तरफ खराब सड़कों को लेकर उनका लोक निर्माण विभाग विपक्षी दलों से लेकर उनकी खुद की पार्टी के प्रमुख लोगों के निशाने पर है तो दूसरी तरफ प्रदेश के प्रत्‍येक जिले में बढ़ रहे अपराध और सट्टा-जुआ जैसे मामले को लेकर गृह विभाग के इकबाल को ललकारा जा रहा है।

प्रदेश में साहू समाज के मतदाता बहुतायत में हैं। एक समय ताम्रध्‍वज साहू राष्‍ट्रीय स्‍तर पर कांग्रेस की ओबीसी इकाई के अध्‍यक्ष हुआ करते थे। इस नाते उनके समाज के लोगों को उम्‍मीद थी कि यदि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनी तो ताम्रध्‍वज साहू प्रदेश के मुख्‍यमंत्री होंगे। एक समय ऐसा भी आया कि ताम्रध्‍वज साहू का नाम तय हो गया है करके उनके ही समर्थकों ने पटाखे छोड़कर उनके विरोधियों को उनकी घेराबंदी करने की खबर दे दी।

बहरहाल, ताम्रध्‍वज साहू मुख्‍यमंत्री बनते बनते रह गए। उन्‍हें प्रदेश में लोक निर्माण विभाग के अतिरिक्‍त गृह विभाग का मुखिया बनाकर एक तरह से संतुष्‍ट किया गया। बीते तीन साढ़े तीन साल में ताम्रध्‍वज साहू और उनके विभाग इस कदर चर्चा में नहीं थे जिस कदर इन दिनों हैं। पुलिस विभाग अलग कारण से तो लोक निर्माण विभाग राशि होने के बावजूद मरम्‍मत नहीं कराने के मामले में मुख्‍यमंत्री की नाराजगी झेल रहा है।

प्रदेश के मुख्‍य अभियंता तक को बदल दिया गया है। भाजपा ने प्रदेश की खराब सड़कों को चुनावी वर्ष में चुनावी मुद्दा बनाना शुरू कर दिया है। दूसरी ओर पुलिस विभाग प्रदेश के सभी जिलों में बढ़ रहे अपराधों के अलावा सट्टा, जुआ और शराब को लेकर गलत कारणों से चर्चा में है। चर्चा तो इस बात की भी होती है कि पुलिस को इन्‍हीं सबसे अतिरिक्‍त आय होती है जिसके सहारे वह बड़े नेताओं और अधिकारियों की आओ भगत कर पाती है।

यदि बात सिर्फ आओ भगत तक होती तो इतनी नहीं बढ़ पाती कि सीधे ताम्रध्‍वज साहू पर आ जाती। लेकिन ऐसा हो रहा है। ऐसा क्‍यूंकर हो रहा है यह ताम्रध्‍वज साहू को खुद समझना होगा। फिलहाल तो जनमानस के बीच ताम्रध्‍वज साहू फेल हो गए हैं यह बताने एक पूरा तंत्र लगा हुआ है और इसमें वह काफी हद तक सफल होता नजर आ रहा है।

http://www.nationalert.in/?p=10931