यूपी के गोरखपुर में खपरैल का एक जर्जर मकान गिरने से एक युवक की मौत हो गई। इस घटना में कई लोग घायल बताये जा रहे हैं। बता दें कि गोरखपुर में सैकड़ों मकान इतने जर्जर हो चुके हैं कि उनमें रहना खतरे से खाली नहीं है।
ऐसे करीब 136 मकानों को जर्जर घोषित किया गया है। इनमें रहने वालों के साथ-साथ आसपास रहने वालों पर भी हादसे का खतरा मंडरा रहा है। इन मकानों में लोग जान की बाजी लगाकर रह रहे हैं। पिछले सोमवार को ही देवरिया में एक जर्जर मकान गिरने से पति-पत्नी और बेटी की दर्दनाक मौत हो गई थी।
शनिवार की तड़के करीब चार बजे गोरखपुर के कोतवाली थाना क्षेत्र के जगन्नाथ मोहल्ले में खपरैल का मकान गिरा। इसकी चपेट में आकर 22 वर्षीय रजत उर्फ राजा की मौत हो गई। जबकि रागिनी (उम्र 17 वर्ष), निर्मला (उम्र 42 वर्ष), अनुराधा (उम्र 35 वर्ष), रानू (उम्र 24 वर्ष) और रामदुलारे (उम्र 65 वर्ष) घायल हो गए। कुछ अन्य लोगों को भी चोटें आई हैं। सभी घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
बारिश के बाद धूप होने पर बढ़ जाता है खतरा
जानकारों का कहना है कि जर्जर मकानों के गिरने का खतरा बारिश के बाद भी बना रहता है। बारिश के बाद धूप होने पर अक्सर मकान गिरने की सूचनाएं मिलती हैं। जानकारों का कहना है कि ऐसी दुर्घटनाएं रोकने का एक ही तरीका है कि जर्जर मकानों को जल्द से जल्द गिरा दिया जाए।