रायगढ़। वन कर्मचारियों ने पूर्व में अपनी मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल किया था। ऐसे में कुछ मांगे तो पूरी हुई, लेकिन अभी भी उनकी कुछ मांगे अधूरी है। जिसे लेकर अब वन कर्मचारी संघ ने मोर्चा खोल दिया है और शुक्रवार से अपनी चार सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चिलकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। ऐसे में विभाग के कई काम प्रभावित हो रहे हैं।
छत्तीसगढ़ वन कर्मचारी संघ द्वारा अपनी मांगों को लेकर आंदोलन शुरू कर दिया है। ऐसे में शुक्रवार से वन कर्मचारी संघ के पदाधिकारी और सदस्य अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। उनका कहना है कि उनकी चार सूत्रीय मांग है और उसमें मुख्य मांग है कि लघु वनोपज संघ से वर्ष 2009 में वन कर्मचारी संघ से समझौते के अंतर्गत उप वन क्षेत्रपाल के 180 पद स्वीकृत किए गए थे। जिन्हें वर्तमान में विलोपित कर संविदा 180 पदों की संविदा पर नियुक्ति की जा रही है। जिससे वनपालों की पदोन्नति प्रभावित हो रही है। उनकी मांग है कि 180 पदों की संविदा पर नियुक्ति तत्काल बंद की जाए और ऐसा नहीं किया जाता है तो सभी वन कर्मचारी लघु वनोपज का कोई काम नहीं करेंगे।
इसके अलावा भी उनकी तीन मांगे हैं। जिसे लेकर अनिश्चित कालीन हड़ताल शुरू किया गया और अपनी मांगों को लेकर जमकर नारे भी लगाए।
आंदोलनकारियों का कहना था कि यह प्रदेश व्यापी आंदोलन है और पूरे प्रदेश में हड़ताल किया जा रहा है। चार सूत्रीय मांग को लेकर यह आंदोलन है और इसके बाद भी मांग पूरी नहीं होती है, तो प्रदेश के निर्देशों के बाद आगे का निर्णय आंदोलन के लिए लिया जाएगा।