रायपुर। छत्तीसगढ़ की विष्णुदेव साय सरकार ने विधानसभा चुनाव-2023 में किसानों से वादा किया था कि बीजेपी की सरकार बनने के बाद वह किसानों के धान का रेट बढ़ाकर 3100 प्रति क्विंटल कर देगी। किसानों ने बीजेपी पर भरोसा जताया। इसके बाद दिसंबर 2023 में शपथ लेते ही मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने किसानों को 3100 रुपए में धान खरीदी का आदेश दे दिया था। इसके अलावा पुराने बोनस का भुगतान भी किया गया।
किसानों को उनकी मेहनत की पाई-पाई का हिसाब देने कृत संकल्पित प्रदेश सरकार 31 सौ रुपए प्रति क्विंटल की दर से धान खरीद रही है। जिन किसानों ने आज का टोकन कटाया, वे सुबह से ही उपार्जन केंद्रों में ले जाकर धान को बोरियों में भरते, छल्ली मारते और तौल कराते हुए नजर आए। प्रदेश सरकार द्वारा समर्थन मूल्य पर धान खरीदने सहित 31 सौ रुपए की प्रोत्साहन राशि के मान से धान खरीदे जाने पर किसानों के चेहरे पर खुशी और संतुष्टि के भाव परिलक्षित हो रहे हैं। उपार्जन केंद्रों में धान बेचने आए किसानों ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि साय सरकार ने पहली बार उनके खून पसीने की कमाई का मोल चुकाया है। उन्होंने सरकार के प्रति आभार व्यक्त करते हुए इस ऐतिहासिक कार्य के लिए भूरि भूरि सराहना की।
‘पहली बार किसी सरकार ने माटीपुत्रों का किया सच्चा सम्मान
जिले की नगर पंचायत चारामा स्थित कृषि उपज मंडी में आज सुबह 9.00 बजे से ही धान बेचने वाले किसानों का तांता लग गया। वहां पर धान बेचने आए चारामा विकासखण्ड के ग्राम जैसाकर्रा के 58 वर्षीय किसान श्री राजेंद्र साहू ने बताया कि छत्तीसगढ़ सरकार 31 सौ रुपए में किसानों से धान खरीद रही है यह माटीपुत्रों का सच्चा सम्मान है। इतने सालों की किसानी में पहली बार धान के एक-एक दाने का मोल चुकाने वाली साय सरकार ने सही मायने में किसानों का दर्द पहचाना है। इसी तरह ग्राम दल्लीडीह से आए युवा किसान श्री जगदीश राम साहू ने खुशी-खुशी बताया कि वे पहले ही दिन आज मंडी में 25 क्विंटल धान बेचने आए हैं और इसके एवज में एकमुश्त पैसा मिलेगा जिसका उपयोग खेत के सुधार कार्य में लगाएंगे। इसी मंडी में ग्राम चारभाटा से आई महिला किसान श्रीमती गोदावरी साहू ने भी कहा कि 31 सौ रुपए मिलने से उनके बहुत से पारिवारिक जरूरतों के काम पूरे हो जाएंगे। समिति प्रबंधक ने बताया कि चारामा मंडी में आज पहले दिन धान बेचने के लिए 31 किसानों को टोकन ऑनलाइन प्राप्त हुआ है।
किसी सपने को साकार करने जैसा है 3100 रूपए में धान बेचना-सोनसाय
भानुप्रतापपुर ब्लॉक के कोरर धान उपार्जन केंद्र में ग्राम रानवाही से आए किसान सोनसाय ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए बताया कि उनके पास 06 एकड़ खेत है और आज 95 कट्टा धान बेचने कोरर मंडी में आए हैं। उन्होंने बताया कि उनके बेटे ने ऑनलाइन टोकन ले लिया था और पहले दिन के लिए टोकन मिल गया। सोनसाय ने कहा- ‘‘31 सौ रुपए क्विंटल में धान बेचना किसानों के लिए किसी सपने के जैसा है, जिसे साय सरकार ने पूरा किया है।‘‘ इसी मंडी में धान बेचने आए किसान पूरण सिंह नायक, रामचरण कुंजाम, गुड्डी बाई और सुमित्रा साहू ने भी किसानों की दशा और दिशा संवारने के क्षेत्र में प्रदेश सरकार का अब तक का सबसे महत्वपूर्ण ऐतिहासिक कार्य बताया। उक्त समिति में धान बेचने आज प्रथम दिवस 10 किसानों को टोकन मिला था।
इसी तरह कांकेर ब्लॉक के ग्राम मरकाटोला लैंपस में धान बेचने आए 59 वर्षीय किसान कंसलाल रावटे ने बताया कि उनकी 13 एकड़ की खेती है और आज वे अपना धान बेचने आए हैं। उन्होंने साय सरकार द्वारा 31 सौ रुपए में धान खरीदने के लिए आभार जताया। इसी मंडी में ग्राम बाबूदबेना से धान बेचने आईं श्रीमती प्रभा बाई गंवर ने कहा कि समिति में अच्छी व्यवस्था के साथ आज से धान खरीदी शुरू हो गई है। उन्होंने बताया कि वह 103 क्विंटल धान बेचने आई है और इस राशि को भविष्य के लिए बचत करने की बात कहते हुए मुख्यमंत्री साय के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया। इसी प्रकार कांकेर के ग्राम बारदेवरी के बुजुर्ग किसान बृजलाल कवाची ने बताया कि 06 एकड़ खेत का 100 कट्टा धान बेचने आए हैं और 3100 रुपए में धान खरीदने के सरकार के इस अभूतपूर्व कदम के लिए प्रदेश सरकार का आभार प्रकट किया।
उल्लेखनीय है कि देश के इतिहास में पहली बार मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में प्रदेश सरकार ने ’मोदी की गारंटी’ के तहत किसानों से 31 सौ रुपए के मान से धान खरीदने की घोषणा 2023 में की थी, जिसके तहत आज से प्रदेश भर में उत्सवपूर्ण वातावरण में किसानों से धान खरीदा जा रहा है। कलेक्टर निलेश महादेव क्षीरसागर के मार्गदर्शन में जिले के सभी 149 धान उपार्जन केन्द्रों में आज से धान की खरीदी प्रारम्भ हो चुकी है। सभी केन्द्रों में नापतौल मशीन, कांटा-बांट, बारदाने तथा औजारों आदि की विधिवत पूजा-अर्चना करके धान खरीदी शुरू की गई। शासन द्वारा किसानों के बैंक खातों में राशि एकमुश्त अंतरित की जाएगी।