देश में कट्टरपंथी गतिविधियों और साजिश के चलते एजेंसियों के रडार पर आए पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) को सरकार ने पांच साल के लिए बैन कर दिया है। दो राउंड में चली रेड के बाद एजेंसियों को ऐसी कई सामग्री मिली जिससे साफ हो गया कि यह संगठन देश को दहलाने की साजिश कर रहा है। गृह मंत्रालय ने भी स्पष्ट कहा है कि पीएफआई और उससे जुड़े संगठनों के लिंक आईएसआईएस, बांग्लादेशी आतंकी संगठन और पाकिस्तानी आतंकियों से थे। रेड में एजेंसियों को बम, नेविगेटर और बड़ी मात्रा में कैश भी मिला है।
22 सितंबर को एनआईए और ईडी ने 15 राज्यों में छापा मारा था। पीएफआई के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं समते 106 लोगों को गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद मंगलवार को आठ राज्यों में फिर छापा मारा गया। रिपोर्ट्स के मुताबिक मंगलवार को भी ढाई सौ से अधिक लोगों को हिरासत में लिया गया। रेड के दौरान एजेंसियों को बम बनाने की गाइड, सर्विलांस उपकरण मिले।
उत्तर प्रदेश के बाराबंकी से पीएफआई नेता मोहम्मद नदीम को गिरफ्तार किया गया था। उसके पास से एक गाइड मिली है जिसमें आईईडी बनाने का तरीका बताया गया है। वहीं यूपी के ही खदरा से बेग नदवी को गिरफ्तार किया गया। बम बनाने की गाइड का नाम है, ‘अ शॉर्ट कोर्स ऑन हाउ टू मेक आईईडी यूजिंग ईजली अवेलबल मटीरियल।’ वहीं तमिलनाडु के रामनाद जिले में सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया के घर से दो लॉरेंस LHR-80 बरामद हुए हैं। यह एक जीपीएस वाली रेडियो ऐंड नेविगेटर डिवाइस होती है।
गजवा-ए-हिंद और जिहाद की सामग्री
पीएफआई नेताओं के ठिकानों से कई किताबें, ब्रॉशर और सीडी मिली हैं जो कि जिहाद के विजन 2047 से संबंधित हैं। इसमें जिक्र किया गया है कि किस तरह से भारत को 2047 तक इस्लामिक राष्ट्र बनाना है। इसके अलावा इसमें पीई ट्रेनिंग मटीरियल भी शामिल है। महाराष्ट्र के पीएफआई अध्यक्ष के घर से ऐसी सामग्री मिली है। वहीं कर्नाटक और तमिलनाडु में पीएफआई लीडर के घर से बड़ी मात्रा में कैश बरामद किया गया है।