रायपुर। वन मंत्री को वन्यजीव प्रेमी ने पत्र लिखकर बताया है कि हाल-फिलहाल कुछ महीनों से वन विभाग ने वन्य प्राणियों को लेकर ऐसी गोपनीयता बरतनी चालू कर दी है। जैसे कि किसी दुश्मन देश के आतंकवादी को पकड़ कर बंधक बनाकर रखने पर की जाती है।
वन भैसों के शावकों को असम से क्यों पकड़ लाये? गोपनीयता ऐसी रखी जा रही है कि विश्व की कोई भी सर्वोच्च सुरक्षा एजेंसी भी छत्तीसगढ़ वन विभाग के आगे शर्मसार हो जाए।
पत्र में बताया गया है कि 15 अप्रैल को असम के मानस टाइगर रिजर्व से चार मादा वन भैसों को पकड़कर बारनवापारा अभ्यारण छत्तीसगढ़ लाकर बाड़े में रखा गया है। मीडिया में समाचार छपा है कि इनमें से एक वन भैंसा सब-एडल्ट है तीन शावक की उम्र के हैं। मादा एक वर्ष उम्र की भी है।
इसे लेकर वन्यजीव प्रेमियों में बहुत चिंता है कि एक वर्ष और शावक की उम्र की वन भैसों को क्यों पकड़ कर लाया गया है जब कि यह उम्र माँ और ग्रुप के साथ रह कर सीखने की रहती है? विभाग इन वन भैसों के भविष्य के बारे में भी कोई विज्ञप्ति जारी नहीं कर रहा है। गोपनीयता ऐसी रखी जा रही है कि विश्व की कोई भी सर्वोच्च सुरक्षा एजेंसी भी छत्तीसगढ़ वन विभाग के आगे शर्मसार हो जाए। जबकि अप्रैल 2020 में जब दो वन भैंसा पकड़कर असम से छत्तीसगढ़ लाए गए थे तब विभाग द्वारा अधिकृत विज्ञप्ति जारी कर आमजन को बताया गया था।
राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण द्वारा जारी SOP के अनुसार प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यप्राणी) द्वारा बाघ और तेंदुआ के संबंद में हुई किसी घटना के बारे में मीडिया को समय-समय पर बताया जाना अनिवार्य है। जनवरी 2023 में जनकपुर छत्तीसगढ़ से एक तेंदुआ पकड़ कर जंगल सफारी रायपुर में रखा गया है। इसी प्रकार मार्च 2023 में सूरजपुर इलाके से घायल बाघिन को लाकर जंगल सफारी रायपुर में रखा गया है। इनके बारे में अभी तक कोई भी प्रेस विज्ञप्ति या हेल्थ बुलिटिन जारी नहीं किया गया है, जबकि अमूमन इस प्रकार की सभी घटनाओं में पूर्व में विभाग द्वारा विज्ञप्ति जारी की जाती रही है।
रायपुर के नितिन सिंघवी द्वारा भेजे गए पत्र में निवेदन किया गया है कि प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यप्राणी) को आदेशीय किया जाये कि वन्य प्राणियों के मुद्दों पर पारदर्शिता रखकर कार्य करें तथा असम से लाये चार मादा वन भैसों, जनवरी 2023 में जनकपुर छत्तीसगढ़ से एक तेंदुआ पकड़ और मार्च 2023 में सूरजपुर इलाके से घायल बाघिन को लाकर जंगल सफारी रायपुर के संबंद में प्रेस विज्ञप्ति और हेल्थ बुलिटिन जारी करें और बताये कि बाघ तेंदुआ और असम से लाये गए वन भैसों को वन में कब छोड़ा जायेगा।
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