सूरजपुर। यहां के रश्मि नर्सिंग होम में जच्चा-बच्चा की मौत मामले में 2 सप्ताह बाद डॉ. रश्मि कुमार सहित व नर्सों पर धारा 304 ए के तहत अपराध दर्ज किया गया है। वहीं स्वास्थ्य विभाग द्वारा भी कार्यवाही की गई है।
जिला मुख्यालय से लगे ग्राम तिलसिवां स्थित रश्मि नर्सिंग होम में ऑपरेशन के बाद जच्चा-बच्चा की मौत के मामले में परिजनों की लगातार शिकायत के बाद कोतवाली पुलिस ने जिला चिकित्सालय की स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. रश्मि कुमार एवं स्टाफ नर्स मौसम तिर्की व अंजली तिर्की के विरुद्ध गैर इरादतन हत्या का अपराध दर्ज कर लिया है। मामले में चिकित्सों की 5 सदस्यीय टीम की जांच में लापरवाही की पुष्टि होने तथा मर्ग जांच के बाद पुलिस ने अपराधिक प्रकरण दर्ज किया है।
गौरतलब है कि रश्मि नर्सिंग होम में 5 अप्रैल को गर्भवती महिला के ऑपरेशन से प्रसव में बच्चे के मृत होने के साथ ही उसी रात महिला की मौत हो गई थी। महिला के स्वजनों द्वारा महिला चिकित्सक डॉक्टर रश्मि कुमार एवं नर्सिंग होम के स्टाफ पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए शुरुआत से ही कार्रवाई की मांग की जा रही थी।
इस मामले में महिला चिकित्सक पर कई गंभीर आरोप लगाए गए थे। वहीं इस मामले में जांच टीम का प्रतिवेदन मिलने पर कलेक्टर ने मामले में डॉ. रश्मि कुमार के निलंबन के लिए हेल्थ सेक्रेटरी को पत्र लिखा है। इधर इसी मामले में जांच प्रतिवेदन के आधार पर सीएमएचओ ने 2 स्टाफ नर्सों के निलंबन हेतु संयुक्त संचालक स्वास्थ्य सेवाएं सरगुजा को पत्र लिखा है।
गौतलब है कि जिला चिकित्सालय में पदस्थ स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. रश्मि कुमार के विरुद्ध एफ आईआर दर्ज करने एवं पीडि़त परिवार को मुआवजा देने की मांग को लेकर बुधवार को शिवसेना की जिला इकाई ने रंगमंच मैदान में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन कर नायब तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा था। वहीं बीते गुरुवार को एक बार फिर मृतक के पिता महेंद्र साहू ने कलेक्टर से मुलाकात की थी। उन्होंने ज्ञापन सौंपकर मामले की वस्तु स्थिति स्पष्ट करते हुए डॉ. रश्मि कुमार एवं उनके सहयोगियों को शासकीय सेवा से बर्खास्त करते हुए एफ आई आर दर्ज कराने की मांग की थी। कलेक्टर ने उन्हें आश्वस्त किया था कि 2 दिनों में मामले में वैधानिक कार्यवाही की जाएगी।
विगत 3 अप्रैल को रामानुजनगर ब्लॉक के ग्राम भुनेश्वरपुर भकमा निवासी गर्भवती महिला पूजा साहू पति राम नारायण साहू 22 वर्ष को प्रसव के लिए जिला चिकित्सालय सूरजपुर में भर्ती कराया गया था। यहां करीब डेढ़ दिन उसका उपचार ही किया गया। आराम नहीं मिलने पर स्वजनों द्वारा उसे अंबिकापुर रेफर करने की मांग की गई, लेकिन स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. रश्मि कुमार के कहने पर स्वजन महिला को प्रसव के लिए 4 अप्रैल को रश्मि नर्सिंग होम ले गए। यहां 5 अप्रैल को ऑपरेशन के बाद बच्चा मृत पैदा होने की जानकारी दी गई और उसी रात महिला की भी मौत हो गई थी।
लंबे इंतजार के बाद जहां पुलिस ने दोषी डॉक्टर पर मामला पंजीबद्ध कर लिया है पर अब डॉक्टर की गिरफ्तारी कब होगी इसकी मांग भी उठने लगी है। क्योंकि घटना के बाद से ही डॉक्टर के जिले से नदारद होने की जानकारी मिल रही थी और अब लगता है कि पुलिस के लिए भी चुनौती होगा कि उसे गिरफ्तारी कब करेगी। वैसे पुलिस ने गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज कर लिया है। वही इसमें परिजनों का कहना है कि धारा 302 के तहत मामला पंजीबद्ध होना चाहिए क्योंकि जानबूझकर डॉक्टर ने ऐसा किया है।
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